

विजिलेंस की टीम ने धनोल्टी तहसील के नाजिर को मंगलवार को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नाजिर रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
टिहरी गढ़वाल: उत्तराखंड में भ्रष्टाचार के खिलाफ विजिलेंस की मुहिम लगातार तेज होती जा रही है। इसी कड़ी में विजिलेंस की टीम ने टिहरी जिले की तहसील धनोल्टी में तैनात नाजिर वीरेंद्र सिंह कैन्तुरा को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई विजिलेंस की ट्रैप टीम द्वारा योजनाबद्ध तरीके से की गई, जिससे प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है।
विजिलेंस को दी गई जानकारी में शिकायतकर्ता ने बताया कि उसकी पत्नी ने हाल ही में एक जमीन खरीदी है, जिसकी दाखिल-खारिज प्रक्रिया तहसील कार्यालय में लंबित थी। इस कार्य के लिए नाजिर वीरेंद्र सिंह कैन्तुरा ने उचित रिपोर्ट लगाने और नाम चढ़वाने के एवज में 15 हजार रुपये की घूस मांगी थी। शिकायत की पुष्टि होते ही विजिलेंस ने ट्रैप योजना बनाई और सोमवार को तहसील धनोल्टी में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार ऑपरेशन के दौरान जैसे ही नाजिर ने शिकायतकर्ता से रिश्वत की रकम स्वीकार की, विजिलेंस की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। इसके बाद आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और आगे की कानूनी कार्यवाही शुरू की गई। गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस टीम ने आरोपी के घर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी भी की, जहां उसकी संपत्तियों की जांच की जा रही है।
विजिलेंस निदेशक डॉ. वी. मुरूगेसन ने इस सफलता के लिए ट्रैप टीम की सराहना करते हुए उन्हें नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इस प्रकार की कार्रवाई आगे भी जारी रहेंगी।
इस पूरे घटनाक्रम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सरकार और विजिलेंस विभाग भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरी तरह से सख्त हैं। विभाग ने आम जनता से अपील की है कि अगर कोई सरकारी अधिकारी या कर्मचारी रिश्वत मांगता है या अपने पद का दुरुपयोग करता है, तो उसकी तुरंत सूचना विजिलेंस के टोल फ्री नंबर 1064 या व्हाट्सएप नंबर 9456592300 पर दें।
इस घटना से सरकारी दफ्तरों में कार्यरत भ्रष्ट अधिकारियों को कड़ा संदेश गया है कि अब कोई भी गैरकानूनी कार्य छिपा नहीं रह सकता और भ्रष्टाचार के खिलाफ एक-एक कदम पर नजर रखी जा रही है।