

31 जुलाई को होने वाली पंचायत चुनाव की मतगणना को लेकर सभी जिलों में प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है। सुरक्षा और पारदर्शिता को ध्यान में रखते हुए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। जानिए किन क्षेत्रों में कितनी टेबल लगाई गई हैं और मतगणना से जुड़े जरूरी निर्देश।
मतगणना की तैयारी पूरी
Dehradun: पंचायत चुनाव 2025 की मतगणना को लेकर अब घड़ी नजदीक आ चुकी है। कल यानी 31 जुलाई को सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू हो जाएगी, जिसके लिए जिला निर्वाचन कार्यालय ने सभी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। प्रशासन ने साफ किया है कि पारदर्शिता, सुरक्षा और निष्पक्षता के साथ मतगणना की जाएगी।
टेबल की संख्या निर्धारित
मतगणना प्रक्रिया को व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए विभिन्न विकासखंडों में टेबल की संख्या निर्धारित की गई है। कालसी और चकराता विकासखंड में 24-24 टेबल, विकासनगर में 60, सहसपुर में 50, रायपुर में 30 और डोईवाला में 47 टेबल मतगणना के लिए लगाई गई हैं। हर टेबल पर एक प्रवेक्षक समेत कुल पांच कार्मिक नियुक्त किए गए हैं, जो मतगणना की निगरानी और संचालन की जिम्मेदारी निभाएंगे।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
मतगणना के दौरान सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए हैं। बिना अधिकृत पास के किसी भी प्रत्याशी या उनके एजेंट को मतगणना स्थल में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। मतगणना कक्ष के भीतर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनकी निगरानी कंट्रोल रूम से की जाएगी। रिटर्निंग ऑफिसर ने जानकारी दी कि मतगणना प्रक्रिया पूरी तरह कैमरे की निगरानी में होगी ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
विकासनगर में भी तैयारी पूरी
विकासनगर क्षेत्र में भी मतगणना की तैयारी पूरी कर ली गई है। रिटर्निंग ऑफिसर ने जानकारी दी कि यहां सात टेबल पर मतगणना कराई जाएगी, जिन पर पांच-पांच कार्मिक नियुक्त किए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मतगणना स्थल पर लगभग 2000 से अधिक पास वितरित किए गए हैं। प्रत्येक राउंड के बाद संबंधित एजेंटों को बाहर किया जाएगा ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और प्रक्रिया में व्यवधान न हो।
सुरक्षा के विशेष प्रबंध
एजेंट्स के लिए सख्त निर्देश
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मतदान एजेंटों और प्रत्याशियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे पास समाप्त होते ही परिसर खाली करें। इस प्रक्रिया से मतगणना केंद्र पर अनुशासन और शांति बनी रहेगी।
पंचायत चुनाव की मतगणना को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। पारदर्शी और शांतिपूर्ण प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए तकनीकी और मानवीय संसाधनों की प्रभावी तैनाती की गई है। अब सभी की नजरें चुनाव परिणामों पर टिकी हैं, जो मतगणना के बाद सामने आएंगे।