

नैनीताल में नंदा देवी महोत्सव के तहत मां नंदा सुनंदा की विदाई के समय भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। जयकारों से गूंजते शहर में डोले का नगर भ्रमण हुआ और शाम को झील किनारे कदली की मूर्तियों का विसर्जन किया गया। पढ़ें पूरी खबर
नैनीताल: सरोवर नगरी नैनीताल में श्रीराम सेवक सभा की ओर से आयोजित नंदा देवी महोत्सव में मां नंदा सुनंदा की विदाई के मौके पर भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह से ही श्रद्धालु मां नयना देवी मंदिर पहुंचे और दर्शन कर सुख समृद्धि की कामना की। मंदिर के आचार्य चंद्रशेखर तिवारी और अन्य पुरोहितों ने वैदिक मंत्रों के साथ विशेष पूजा कराई।
पिथौरागढ़ का लखिया भूत भी आकर्षण का केंद्र
जानकारी के मुताबिक, आयोजक संस्था के पदाधिकारियों ने मां का डोला विधि विधान से मंदिर ट्रस्ट को सौंपा। इसके बाद डोला नगर भ्रमण के लिए रवाना हुआ तो हजारों भक्तों ने जयकारों से वातावरण गुंजा दिया। डोले के साथ युवाओं ने पुष्प वर्षा की और बैंड पर मां की स्तुति गूंजती रही। छलिया कलाकारों ने ढोल नगाड़े और मशकबीन की थाप पर नृत्य कर सांस्कृतिक रंग बिखेरा। इस बार पिथौरागढ़ का लखिया भूत भी आकर्षण का केंद्र बना।
कदली से बनी मूर्तियों का विधि विधान से विसर्जन
डोले के पीछे महिलाएं झोड़े गाती हुई आगे बढ़ीं और नगर भ्रमण को पारंपरिक रंगत दी। नगर पालिका ने पहली बार डोले के साथ वाहन से प्रसाद वितरण किया जिससे भक्तों का उत्साह और बढ़ गया। इस पूरे आयोजन के दौरान मंडलायुक्त दीपक रावत, एसपी जगदीश चंद्र, एसडीएम केएन गोस्वामी समेत कई जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। शाम को नगर भ्रमण के बाद झील किनारे कदली से बनी मूर्तियों का विधि विधान से विसर्जन किया जाएगा। पूरा शहर मां के जयकारों से गूंजता रहा और हर कोई इस अनोखे नजारे का साक्षी बनने के लिए उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं के लिए यह क्षण आस्था और उत्साह से भरा हुआ रहा।
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