

नैनीताल के रामनगर में रविवार को वन विभाग के कर्मी की संदिग्ध परिस्थिति में मौत का मामला सामने आया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
अस्पताल में मृतक के परिजन
नैनीताल: जनपद के रामनगर में रविवार को वन विभाग के रेस्ट हाउस में एक कर्मचारी का संदिग्ध परिस्थितियों में शव बरामद हुआ। सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुटी है। परिजनों ने शख्स की हत्या का आरोप लगाया है। घटना से इलाके में दहशत का माहौल है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मृतक की पहचान ओम प्रकाश (57) पुत्र स्वर्गीय बाबू राम के रूप में हुई है। वह वन विभाग में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर तैनात थे।
मृतक के चाचा गोविंद राम ने लगाया हत्या का आरोप
जानकारी के अनुसार मृतक ओम प्रकाश रोज़ की तरह शनिवार को ड्यूटी पर गए लेकिन रात तक घर नहीं लौटे तो परिवार वालों ने पूरी रात उन्हें ढूंढा लेकिन उनका कोई पता नहीं चल पाया। सुबह उनका शव वन विभाग के गेस्ट हाउस परिसर में पड़ा मिला। जिससे परिजनों में मातम पसर गया।
मृतक के चाचा गोविंद राम ने बताया कि हमने रातभर खोजा लेकिन ओम प्रकाश का कोई पता नहीं चला। सुबह हमें सूचना मिली कि वो वन विभाग के रेस्ट हाउस में बेसुध हालत में पड़े हैं। जब हम अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सुबह जब वन विभाग के कुछ कर्मचारी रेस्ट हाउस पहुंचे तो उन्होंने ओम प्रकाश को परिसर में बेसुध पड़ा पाया। वे तत्काल उसे रामनगर के संयुक्त चिकित्सालय ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया।
रामनगर के कोतवाल अरुण कुमार सैनी
रामनगर के कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि मामला संदिग्ध है इसलिए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
परिजनों ने बताया कि ओम प्रकाश पूरी तरह से स्वस्थ थे और उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। ऐसे में उनके अचानक इस तरह मौत की खबर आना बेहद चौंकाने वाला है।
मृतक के चाचा गोविंद राम ने साफ तौर पर हत्या की आशंका जताई है और पुलिस को तहरीर सौंपने की बात कह रहे है।
रामनगर वन विभाग में एक दैनिक श्रमिक की संदिग्ध मौत ने विभागीय कार्यशैली और सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या ओम प्रकाश की मौत महज़ एक हादसा था या इसके पीछे कोई गहरी साजिश? इसका जवाब पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस जांच के बाद ही मिल सकेगा।