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नैनीताल के खन्स्यु क्षेत्र में शनिवार शाम एसटीएफ टीम पर अचानक गोलियां चलने से हड़कंप मच गया। अवैध तस्करी की जानकारी पर पहुंची टीम पर घात लगाकर बैठे बदमाशों ने फायरिंग कर दी, जिसमें एसटीएफ सिपाही भूपेंद्र मर्तोलिया और एक स्थानीय व्यक्ति घायल हुए।
घायल को पहुंचाया गया अस्पताल
Nainital: नैनीताल जिले के खन्स्यु क्षेत्र में शनिवार की शाम उस वक्त तनाव और दहशत का माहौल बन गया, जब अवैध तस्करी की सूचना पर कार्रवाई करने गई एसटीएफ टीम पर अज्ञात बदमाशों ने अचानक गोलियां बरसा दीं। इलाके में अचानक हुई अंधाधुंध फायरिंग ने न केवल स्थानीय निवासियों को दहलाया, बल्कि पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी यह घटना बड़ी चुनौती बनकर सामने आई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस हमले में एसटीएफ के सिपाही भूपेंद्र मर्तोलिया गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि एक स्थानीय नागरिक को भी गोली लगी। दोनों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां सिपाही मर्तोलिया का उपचार हल्द्वानी के कृष्णा अस्पताल में जारी है।
घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मंजूनाथ टीसी तुरंत अस्पताल पहुंचे और घायल जवान की हालत का जायज़ा लिया। एसएसपी ने चिकित्सकों से विस्तृत जानकारी ली और आश्वासन दिया कि हमलावरों को जल्द पकड़कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार एसटीएफ को खन्स्यु क्षेत्र में अवैध तस्करी से जुड़ी एक महत्वपूर्ण सूचना मिली थी। इसी आधार पर टीम शनिवार शाम मौके पर पहुंची थी। लेकिन टीम के पहुंचते ही जंगल के अंदर पहले से छिपे बदमाशों ने बिना चेतावनी फायरिंग शुरू कर दी। अंधेरा होने का फायदा उठाते हुए हमलावर तेजी से जंगल की ओर भाग निकले, जिससे उनका पीछा करना मुश्किल हो गया।
हमले के तुरंत बाद पूरे क्षेत्र में सुरक्षा-व्यवस्था बढ़ा दी गई है। पुलिस, एसटीएफ और स्थानीय थानों की संयुक्त टीमें लगातार तलाशी अभियान चला रही हैं। गांवों, पगडंडियों और जंगल के आंतरिक हिस्सों में गहन कॉम्बिंग ऑपरेशन किया जा रहा है। खन्स्यु क्षेत्र के सभी प्रवेश और निकास मार्गों पर चौकसी कड़ी कर दी गई है और वाहनों की गहन जांच की जा रही है ताकि संदिग्धों की आवाजाही को रोका जा सके।
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पुलिस ने बताया कि घटनास्थल से कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, जिनमें कारतूस, पैरों के निशान और संदिग्धों के संभावित ठिकानों के संकेत शामिल हैं। इन सुरागों के आधार पर टीमें हमलावरों की पहचान और गिरफ्तारी के बेहद करीब पहुंच चुकी हैं। स्थानीय ग्रामीणों से भी पूछताछ की जा रही है, ताकि किसी तरह का इनपुट मिल सके।
उधर, तस्करी से जुड़े नेटवर्क की भी जांच की जा रही है। पुलिस का मानना है कि हमला पूरी तरह योजनाबद्ध था, जिसमें बदमाशों ने एसटीएफ की गतिविधि पर नजर रखी और घात लगाकर हमला किया।