Haridwar: त्योहारी सीजन में रुड़की रोडवेज डिपो की आमदनी ने नया रिकॉर्ड बनाया है। गोवर्धन पूजा और भैय्यादूज के दौरान डिपो की कमाई में भारी इजाफा हुआ है। पिछले तीन दिनों में डिपो ने 25 लाख रुपये से अधिक की आमदनी दर्ज की है। स्टेशन अधीक्षक अमिता सैनी ने बताया कि त्योहारी सीजन के मद्देनजर परिवहन निगम की ओर से अतिरिक्त बस फेरे लगाए गए थे, जिससे आमदनी में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई।
गोवर्धन पूजा के दिन ही डिपो की कमाई आठ लाख रुपये से अधिक रही। वहीं, भैय्यादूज पर डिपो की आमदनी करीब नौ लाख रुपये तक पहुंच गई। शुक्रवार को भी डिपो ने आठ लाख रुपये से अधिक की आमदनी दर्ज की। इससे न सिर्फ डिपो की आमदनी बढ़ी, बल्कि निगम का राजस्व भी बेहतर हुआ।
त्योहारी सीजन में बढ़ी बस सेवाएं
अधीक्षक अमिता सैनी ने बताया कि त्योहारी दिनों में यात्रियों की संख्या बढ़ने के कारण डिपो ने बस फेरे बढ़ाए। इससे यात्रियों को सुविधा हुई और डिपो की आमदनी में इजाफा हुआ। उन्होंने कहा कि यह सालाना त्योहार डिपो के लिए महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इस दौरान डिपो के संसाधनों का पूरा उपयोग किया जाता है और निगम के राजस्व में बढ़ोतरी होती है।
कर्मचारियों की वेतन समस्या बनी चिंता
हालांकि डिपो ने बंपर कमाई की है, लेकिन कर्मचारियों की समस्याएं अभी भी बनी हुई हैं। रोडवेज कर्मचारी यूनियन के शाखा अध्यक्ष अजय सैनी ने बताया कि सितंबर माह का वेतन अब तक जारी नहीं किया गया है। इसका सीधा असर कर्मचारियों की आजीविका पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि डिपो कर्मचारी निरंतर अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं ताकि डिपो की आमदनी और राजस्व में बढ़ोतरी हो सके, लेकिन निगम की ओर से कर्मचारियों की ओर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
कर्मचारियों की मेहनत और निगम की आमदनी
अजय सैनी ने यह भी बताया कि त्योहारी सीजन में कर्मचारियों ने अतिरिक्त मेहनत की। ड्यूटी में लगे रहने के बावजूद उन्हें वित्तीय सुरक्षा नहीं मिल रही। उन्होंने कहा कि निगम को कर्मचारियों की समस्याओं पर तत्काल ध्यान देना चाहिए। डिपो की आमदनी बढ़ी है, लेकिन कर्मचारियों की संतुष्टि और उनके अधिकारों का ध्यान रखना भी जरूरी है।
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त्योहारी सीजन में रोडवेज का योगदान
रुड़की डिपो के इन अतिरिक्त फेरे और कर्मचारियों की मेहनत से परिवहन निगम को वित्तीय लाभ हुआ है। यात्री सुविधा बढ़ाने और बस सेवाओं को सुचारू रूप से चलाने के लिए कर्मचारियों ने बिना थके काम किया। इससे डिपो की छवि भी बेहतर हुई और निगम का राजस्व बढ़ा। त्योहारों के दौरान यह सफलता निगम के लिए महत्वपूर्ण साबित हुई। हालांकि, कर्मचारियों की वित्तीय चिंताएं समाधान की मांग करती हैं।

