

हरिद्वार के रुड़की में वारदात की फिराक में घूम रहे चार शातिरों को पुलिस ने दबोचा। पुलिस ने आरोपियोंं के पास से हथियार बरामद किया है और अपराधियों की कुंडली खंगाल रही है।
पुलिस ने 4 शातिरों को दबोचा
Haridwar: रुड़की में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए कोर्ट परिसर में खून की साजिश को नाकाम कर दिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) परमेंद्र सिंह डोभाल को प्राप्त गुप्त इनपुट के आधार पर 17 सितंबर की रात को कोतवाली गंगनहर पुलिस और क्राइम इंवेस्टिगेशन यूनिट (CIU) की संयुक्त टीम ने रामनगर कोर्ट के पास दबिश देकर चार हथियारबंद अपराधियों को दबोच लिया।
पकड़े गए आरोपी हत्या के मुकदमे की वादिनी को निशाना बनाने की फिराक में आए थे।
पुलिस के अनुसार, एसएसपी डोभाल को जानकारी मिली थी कि मेरठ से आए कुछ अपराधी कोर्ट परिसर में बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। इसके बाद तुरंत विशेष टीम गठित कर कोर्ट परिसर और आसपास इलाके में घेराबंदी की गई।
कार्रवाई के दौरान तीन संदिग्ध मौके पर पकड़े गए, जिनके कब्जे से एक देशी पिस्तौल .32 बोर, चार कारतूस .32 बोर और पांच कारतूस .315 बोर बरामद किए गए। वहीं, दो आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने की कोशिश में थे, लेकिन पुलिस ने पीछा कर माधोपुर अंडरपास से एक और बदमाश को तमंचा .315 बोर और दो जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार कर लिया। एक आरोपी अभी भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मणिकांत शर्मा, हर्षदीप मलिक, राजकुमार और अनुज के रूप में हुई है, जो सभी मेरठ के निवासी बताए जा रहे हैं। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि वे थाना कनखल में दर्ज हत्या के मुकदमे की शिकायतकर्ता महिला को खत्म करने की योजना बनाकर आए थे। पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने इस सनसनीखेज वारदात को होने से पहले ही विफल कर दिया।
इस ऑपरेशन में सीओ रुड़की नरेंद्र पंत, वरिष्ठ उपनिरीक्षक दीप कुमार सहित गंगनहर कोतवाली और CIU की संयुक्त टीम शामिल रही। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और उन्हें न्यायालय में पेश करने की तैयारी की जा रही है।
एसएसपी डोभाल ने इस सफलता को पुलिस टीम की सतर्कता और सामंजस्य का नतीजा बताया। उन्होंने कहा कि अपराधियों को किसी भी कीमत पर शहर की शांति भंग नहीं करने दी जाएगी। वहीं, आमजन ने पुलिस की इस तेज कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि अगर पुलिस समय पर न पहुंचती तो एक बड़ा अपराध घटित हो सकता था।