हरिद्वार: आपको बता दें कि इन दिनों देशभर में भीषण गर्मी ने आम जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है। दिन-ब-दिन तापमान में वृद्धि होती जा रही है, जिससे लोगों का घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। गर्मी के इस प्रकोप से बचने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय अपना रहे हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, बाजारों में गन्ने का रस, नींबू पानी, ठंडाई, शिकंजी और अन्य ठंडे पेय पदार्थों की मांग तेजी से बढ़ गई है। लोग गर्मी से राहत पाने के लिए इन लिक्विड पदार्थों का सेवन बड़ी संख्या में कर रहे हैं। वहीं, महिलाएं भी तेज धूप और गर्म हवाओं से खुद को बचाने के लिए छाते लेकर बाजारों में खरीदारी या अन्य जरूरी काम के लिए निकल रही हैं।
हमारे संवाददाता ने स्थानीय सरकारी अस्पताल का दौरा किया और वहां की डॉक्टर से बातचीत की। डॉक्टर ने बताया कि इस समय सबसे ज़रूरी बात यह है कि लोग खुद का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि अत्यधिक गर्मी से डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जिससे चक्कर आना, थकान और उल्टी-दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में जरूरी है कि लोग दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, ओआरएस का घोल लें और ताजे फल खाएं।
डॉक्टर ने विशेष रूप से यह सलाह दी कि 11 बजे से 4 बजे के बीच जब सूरज सबसे तेज होता है, तब बाहर निकलने से बचें। अगर किसी आवश्यक कार्यवश बाहर जाना भी पड़े, तो सिर को कपड़े या टोपी से ढककर निकलें। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अपेक्षाकृत कमजोर होती है।
बाइट में एक स्थानीय निवासी ने बताया कि "गर्मी इतनी अधिक है कि घर से बाहर निकलने में डर लग रहा है। हम ठंडे पेय पदार्थ और छाता लेकर ही निकलते हैं।"
सरकारी अस्पताल में भी मरीजों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है। डॉक्टरों द्वारा उन्हें उचित परामर्श और प्राथमिक इलाज मुहैया कराया जा रहा है।
कुल मिलाकर, गर्मी के इस बढ़ते प्रकोप को देखते हुए यह आवश्यक है कि हम सभी सावधानी बरतें, खुद को हाइड्रेट रखें और चिकित्सकों की सलाह का पालन करें, ताकि इस मौसम में बीमारियों से खुद को सुरक्षित रखा जा सके।