

हरिद्वार से लैंड फ्रॉड से जुड़ा एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने प्रशासन और आम जनता को हैरानी में डाल दिया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
फ्रॉड से जुड़ा एक बेहद चौंकाने वाला मामला
हरिद्वार : उत्तराखंड के हरिद्वार से लैंड फ्रॉड से जुड़ा एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने प्रशासन और आम जनता को हैरानी में डाल दिया है। यह मामला नैनीताल जिले के अंतर्गत आने वाली श्री कैंची धाम क्षेत्र के बसगांव तहसील का है, जहां जमीन हड़पने के लिए सौ साल पहले मर चुके व्यक्ति को "जिंदा" दिखाकर उसके नाम पर फर्जी आधार कार्ड तक बनवा दिए गए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, इस पूरे फर्जीवाड़े में पूर्व ग्राम प्रधान और वर्तमान ग्राम प्रधान की मिलीभगत सामने आई है। बताया जा रहा है कि सौ साल पहले मर चुके व्यक्ति के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर लिए गए और उसी आधार पर जमीन की रजिस्ट्री एक अन्य व्यक्ति के नाम करा दी गई। इस घोटाले की पोल उस वक्त खुली जब दाखिल-खारिज प्रक्रिया से पहले एक इस्तिहार प्रकाशित किया गया, जिसमें संदेहास्पद जानकारियों के आधार पर मामला सामने आया।
जब यह मामला कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के संज्ञान में आया, तो उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए। जांच के दौरान यह साफ हुआ कि फर्जी दस्तावेजों को वैध ठहराने के लिए ग्राम पंचायत की मुहरों का दुरुपयोग किया गया है। जांच में यह भी पाया गया कि इस षड्यंत्र में गांव के पूर्व प्रधान और वर्तमान प्रधान दोनों की भूमिका संदिग्ध है। इस मिलीभगत के तहत मृत व्यक्ति को जीवित दर्शाते हुए उसकी पहचान के फर्जी दस्तावेज बनाए गए और बाद में उन्हीं दस्तावेजों के आधार पर रजिस्ट्री की गई।
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने इस मामले पर सख्त रुख अपनाते हुए स्पष्ट किया कि इस तरह के मामलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति इस फर्जीवाड़े में शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी और मुकदमा दर्ज कर उन्हें सजा दिलवाई जाएगी। साथ ही, उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि ऐसे सभी मामलों की पुनः जांच की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की धोखाधड़ी पर रोक लगाई जा सके।
इस घटना ने न केवल प्रशासनिक लापरवाही को उजागर किया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि कैसे कुछ लोग सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर गरीब व असहाय लोगों की जमीनों पर अवैध कब्जा करने की कोशिश करते हैं।