

उत्तराखंड के हरिद्वार में अवैध रूप से रह रही एक बांग्लादेशी महिला पकड़ी गई है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
पुलिस के शिकंजे में बांग्लादेशी महिला और उसका पति (इमेज सोर्स-इंटरनेट)
हरिद्वार: भारत में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ हरिद्वार पुलिस एक्शन में है। पुलिस ने एक बांग्लादेशी महिला को गिरफ्तार किया है, जो कई वर्षों से यहां अपनी पहचान छिपाकर रह रही थी। चौंकाने वाली बात यह है कि महिला ने उत्तर प्रदेश के एक व्यक्ति से शादी कर ली थी और उसकी एक बेटी भी है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पुलिस ने महिला के वर्तमान पति और उसके पहले पति से हुए नाबालिग बेटे को भी गिरफ्तार कर लिया है। तीनों के खिलाफ विदेशी अधिनियम और बिना पासपोर्ट-वीजा के भारत में रहने जैसी गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
एसएसपी डोबाल ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि स्थानीय अभिसूचना इकाई (एलआईयू) और हरकी पैड़ी चौकी पुलिस रोड़ी बेलवाला इलाके में सत्यापन अभियान चला रही थी। इसी दौरान, झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले एक दंपति से पूछताछ की गई। महिला की भाषा स्थानीय निवासियों से अलग लगने पर पुलिस को संदेह हुआ।
हरिद्वार में बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार (इमेज सोर्स-इंटरनेट)
सख्ती से पूछताछ करने पर महिला ने सच्चाई कबूल कर ली कि वह मूल रूप से बांग्लादेश की रहने वाली है। उसने बताया कि वह कई साल पहले अपने पांच साल के बेटे के साथ सीमा पार कर भारत में दाखिल हुई थी।
पुलिस ने बताया कि महिला अलग-अलग स्थानों पर रहने के बाद हरिद्वार पहुंची थी। यहां उसने संतोष दुबे नामक व्यक्ति से शादी कर ली, जो पीलीभीत (उत्तर प्रदेश) के बमरोली बिलगंज का निवासी है। इस शादी से उनकी तीन साल की एक बेटी भी है।
एसएसपी डोबाल ने बताया कि महिला का असली नाम रुबीना अख्तर है और वह बांग्लादेश के ढाका स्थित श्यामपुर मॉडल स्टेशन के पास मुरादपुर रोड की रहने वाली है। उसके पति की पहले ही मृत्यु हो चुकी है। वह भारत में वह 'रूबी देवी' के नाम से रह रही थी।
तलाशी के दौरान पुलिस ने महिला के पास से दो आधार कार्ड और एक पैन कार्ड बरामद किया है। एक आधार कार्ड पर उसका पता ब्रह्मपुरी का दर्ज है, जबकि पैन कार्ड पर उसका नाम रूबी देवी पुत्री श्रीकांत लिखा हुआ है।
जानकारी के अनुसार दंपति दिहाड़ी मजदूरी करके अपना जीवन यापन कर रहा था। महिला का पहले पति से हुआ बेटा, जिसकी उम्र लगभग 13 वर्ष है, उसे भी अपनी मां के बांग्लादेशी नागरिक होने की पूरी जानकारी थी। उसका भी फर्जी आधार कार्ड बनवाया गया है।
पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला कि महिला के पति संतोष दुबे ने उसका फर्जी आधार कार्ड बनवाया था, जिस पर उसने अपने गांव का पता लिखवाया था। पुलिस इस बात की गहराई से जांच कर रही है कि महिला किस तरह से भारत में दाखिल हुई।
पुलिस ने बताया कि फर्जी आधार कार्ड बनाने में शामिल लोगों की भी पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि दंपति के अलावा किशोर बेटे को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा, जबकि उनकी तीन साल की मासूम बेटी जेल में अपनी मां के साथ रहेगी।
इस खुलासे से हरिद्वार में अवैध रूप से रह रहे अन्य विदेशी नागरिकों के बीच हड़कंप मच गया है और पुलिस ऐसे लोगों की धरपकड़ में जुट गई है।