

रुद्रप्रयाग में जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज अगस्त्यमुनि का औचक निरीक्षण किया। छात्रों से संवाद कर शिक्षण कार्य, प्रयोगशाला और खेल गतिविधियों का जायजा लिया।
रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी प्रतीक जैन
Rudraprayag: जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने बुधवार को रुद्रप्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि स्थित अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विद्यालय के विभिन्न विभागीय कार्यों का आकलन किया और विद्यार्थियों से संवाद कर उनकी कक्षाओं और शिक्षण विधियों का मूल्यांकन किया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार जिलाधिकारी ने सबसे पहले विद्यालय की कक्षाओं का निरीक्षण किया। कक्षा 9 में गणित विषय के शिक्षण को देखा और छात्रों को गणित को खेल विधि से सीखने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद उन्होंने कक्षा 10 में विज्ञान विषय का निरीक्षण किया और नवाचारी शिक्षण गतिविधियों पर जोर दिया।
छात्रों से किया सीधा संवाद
यही नहीं जिलाधिकारी ने छात्रों से संवाद करते हुए उनके भविष्य के सपनों और अभिरुचियों पर चर्चा की। जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने रसायन विज्ञान प्रयोगशाला का भी निरीक्षण किया, जहां उन्होंने प्रयोगात्मक गतिविधियों के बारे में विषय अध्यापक से जानकारी ली। इस दौरान जिलाधिकारी ने प्रधानाचार्य और कक्षा अध्यापकों को निर्देश दिए कि प्रयोगशाला उपकरणों की आवश्यकता के अनुसार मांग पत्र तत्काल प्रस्तुत करें। उन्होंने प्रयोगात्मक विधियों को और प्रभावी बनाने की सलाह दी और शिक्षकों से इसे लागू करने के लिए कहा।
खेल गतिविधियों की सराहना की
इसके अलावा, जिलाधिकारी ने विद्यालय के खेल गतिविधियों की भी सराहना की और विद्यार्थियों को अध्ययन के साथ-साथ खेलों में भी सक्रिय रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने छात्रों से सवाल-जवाब किए और उनसे भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। विद्यालय के भौतिक निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने विद्यालय के बाहरी परिवेश में सुधार करने के लिए इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाने की योजना को मंजूरी दी और इसके लिए आगणन प्रस्तुत करने को कहा।
डीएम ने व्यवस्थाओं का लिया फीडबैख
इस औचक निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने विद्यालय की व्यवस्थाओं और शिक्षण कार्य के बारे में फीडबैक लिया और निर्देश दिए कि विद्यार्थियों की शिक्षा में गुणवत्ता और सुधार लाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएं। जिलाधिकारी के इस निरीक्षण से विद्यालय के शिक्षक और छात्रों को उत्साहवर्धन मिला और उन्हें शिक्षा के प्रति और अधिक प्रतिबद्ध होने की प्रेरणा मिली।