

देहरादून के मसूरी में शुक्रवार को भीषण सड़क हादसे की खबर सामने आ रही है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
मसूरी में कार खाई में गिरी (इमेज सोर्स- इंटरनेट)
देहरादून: जनपद के मसूरी में शुक्रवार को भयानक सड़क हादसा हो गया। पर्यटकों की एक कार हादसे का शिकार हो गई। हादसे में चालक और महाराष्ट्र के तीन यात्री बुरी तरह से घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने घायलों को खाई से बाहर निकाला।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार हादसे में घायलों की पहचान चालक प्रशांत सकलानी (35) पुत्र चंद्र मोहन सकलानी निवासी प्रेम नगर देहरादून, महाराष्ट्र निवासी जय देसाई (45) व उनकी पत्नी झरना देसाई (44) व उनकी छोटी बेटी (9) तृषा देसाई के रूप में हुई है। घायलों को सिविल अस्पताल लंढौर भिजवाया गया है।
जानकारी के अनुसार सिटी कंट्रोल को सूचना मिली थी कि गुरुराम राय पब्लिक स्कूल के पास एक वाहन खाई में गिर गया। वाहन संख्या(UK09 TA 7227) स्विफ्ट डिजायर लाल टिब्बा से भट्टा फॉल की तरफ जा रही थी, तभी अचानक सड़क पर जानवर आ गया। जानवर को बचाने के चक्कर में कार खाई में जा गिरी। टीम ने तुरंत घायलों को खाई से निकाला गया।
कार में कुल चार लोग सवार थे, जिनमें एक दंपति, उनकी बेटी और ड्राइवर शामिल थे। सभी लोग महाराष्ट्र के रहने वाले हैं और मसूरी घूमने आए थे। शुक्रवार को ये लोग मसूरी के लाला टिब्बा क्षेत्र से घूमकर लौट रहे थे, तभी अचानक कार अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। खाई की गहराई ज्यादा होने के कारण रेस्क्यू टीम को घायलों तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
गौर करने वाली बात यह है कि जिस स्थान पर यह हादसा हुआ, वहां सुरक्षा के लिए पैराफिट (सुरक्षा दीवार) नहीं है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि उस स्थान पर पैराफिट होता, तो कार को खाई में गिरने से रोका जा सकता था और शायद यात्रियों को गंभीर चोटें भी न आतीं।
पुलिस ने बताया कि सिटी कंट्रोल को सूचना मिली थी कि गुरुराम राय पब्लिक स्कूल के पास एक वाहन खाई में गिर गई। मौके पर पहुंची टीम ने वाहन से घायलों को बाहर निकाली।
पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
घटना के बाद मसूरी पुलिस ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर जांच शुरू कर दी है और जिला प्रशासन को भी सड़क सुरक्षा संबंधी कमियों के बारे में सूचित किया गया है। यह हादसा एक बार फिर पहाड़ी क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा और आधारभूत संरचनाओं की ओर ध्यान देने की आवश्यकता को उजागर करता है।