Site icon Hindi Dynamite News

Dehradun: परवल गांव में आसन नदी की आफत: 14 लोग पानी में बहे- ड्राइवर की मौत, तलाश जारी

भारी बारिश से आसन नदी में अचानक आए सैलाब ने विकासनगर के परवल गांव में ट्रैक्टर‑ट्रॉली सवार 14 लोगों को बहा लिया। एक व्यक्ति की मौत, एक घायल, अन्य 12 अभी लापता हैं। प्रशासन व बचाव दलों ने राहत एवं तलाश कार्य शुरू कर दिया है।
Post Published By: Tanya Chand
Published:
Dehradun: परवल गांव में आसन नदी की आफत: 14 लोग पानी में बहे- ड्राइवर की मौत, तलाश जारी

Dehradun: विकासनगर के परवल गांव में सोमवार सुबह हुई भारी बारिश के बाद आसन नदी अचानक उफान पर आ गई। नदी को पार करने के लिए ट्रैक्टर‑ट्रॉली से निकलना चाहता एक समूह सैलाब की जोरदार लहरों की चपेट में आ गया। इस हादसे ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया।

ट्रैक्टर‑ट्रॉली में सवार थे 14 लोग

समूह में शामिल थे ड्राइवर, यात्री और ग्रामीण जो आम जरूरत का सामान ला रहे थे। जैसे ही ट्रैक्टर‑ट्रॉली नदी के बीच पहुंचा, पानी का बहाव बढ़ गया और वाहन संतुलन खो बैठा। लहरें इतनी तेज थीं कि वह पलट गई और लोग पानी में बहने लगे।

विकासनगर में क्षेत्रीय विधायक की व्यापारियों संग बैठक, बाहर से आए फेरीवालों पर रोक, स्थानीय व्यापार को मिलेगा बढ़ावा

बचाव दल व स्थानीय निवासियों की तत्पर प्रतिक्रिया

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन, पुलिस और बचाव दल मौके पर पहुंचे। उन्होंने तुरंत तलाश अभियान शुरू किया। एक व्यक्ति, ड्राइवर, को मृत पाया गया और एक अन्य घायल हालत में बाहर निकाला गया। लेकिन बचाव कार्य के बावजूद अभी भी 12 लोग लापता हैं। ग्रामीणों ने पानी के बहाव व मौसम को देखते हुए चेतावनी दी थी, पर रास्ते आमतौर पर जोखिम भरे होते हैं।

परिवारों में मची बेचैनी, सूचना का संकट

लापता लोगों के परिजन और गांव के लोग घबराए हुए हैं। सुबह‑सुबह सूचना न मिलने से कई परिवारों को पता ही नहीं चला कि ऐसा हादसा हुआ है। बचाव दल के आने में बाधाएं मानी जा रही हैं। स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए और नदी पार करने की पारंपरिक पथों की समीक्षा होनी चाहिए।

अन्य वर्षों की घटनाएँ और सतर्कता की जरूरत

यह क्षेत्र मौसम बदलने पर नदी व नाले अचानक उफान पर आ जाने का इतिहास रखता है। पिछले मानसूनों में भूमिगत जलस्तर बढ़ा है और कभी‑कभी ट्रैक्टर‑ट्रॉली पारगमन विशेष रूप से जोखिम भरा हो गया है। लोगों का कहना है कि पुलों की कमी और सुरक्षित पार करने के विकल्प न होने से लोग जोखिम उठाते हैं। प्रशासन व राज्य सरकार से अपेक्षा की जा रही है कि भविष्य में ऐसे स्थानों पर संरचनात्मक सुधार करें।

देहरादून में मौसम की मार: बादल फटने से अफरा-तफरी, प्रशासन रेस्क्यू में जुटा

अगले कदम और प्रशासन की जिम्मेदारी

पुलिस प्रशासन ने SDRF व स्थानीय बचाव दलों को बुलाया है, खोज‑बीन जारी है। शवों की तलाश के लिए गहरे और बहते हिस्सों में हाथ‑पैर लगाए गए हैं। विकासनगर ब्लॉक अधिकारी ने कहा है कि प्रभावित परिवारों को पहली प्राथमिकता सुनिश्चत की जाएगी, मुआवजा देने व पुनर्वास‑सहायता पर विचार हो रहा है।

Exit mobile version