सहजनवा तहसील के ग्राम पंचायत दफ्तरी में समाजसेवी विवेक पाण्डेय ने गरीब और जरूरतमंद बच्चों के लिए निशुल्क शैक्षिक सामग्री वितरित की। उन्होंने पांच अनाथ बच्चों की पूरी शिक्षा की जिम्मेदारी उठाने की घोषणा की।

समाजसेवी विवेक पाण्डेय ने पांच अनाथ बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी उठाई
Gorakhpur: जब हालात इंसान को तोड़ने लगें। जेब खाली हो और सपनों पर अभाव की धूल जमने लगे। तब अगर कोई आगे बढ़कर हाथ थाम ले। वह सिर्फ मदद नहीं करता बल्कि जिंदगी को नई दिशा दे देता है। सहजनवा तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत दफ्तरी में कुछ ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला। जहां समाजसेवी विवेक पाण्डेय ने शिक्षा को उम्मीद और संवेदना को ताकत बनाकर समाज के सामने एक मिसाल पेश की।
ग्राम पंचायत दफ्तरी में सैकड़ों जरूरतमंद और गरीब परिवारों के बच्चों के लिए निशुल्क एवं भव्य शैक्षिक सामग्री वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व स्वयं समाजसेवी व संयोजक विवेक पाण्डेय ने किया। इस दौरान गांव के समाजसेवी दीपक शुक्ला और सोनू शुक्ला ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और आगे भी ऐसे सामाजिक कार्यों में सहयोग का भरोसा दिलाया। बच्चों को स्कूल बैग, स्वेटर और पढ़ाई से जुड़ी जरूरी सामग्री वितरित की गई।जिससे ठंड और संसाधनों की कमी से जूझ रहे परिवारों को बड़ी राहत मिली।
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कार्यक्रम का सबसे भावुक पल तब आया। जब विवेक पाण्डेय ने मंच से घोषणा की कि वे पांच ऐसे बच्चों की पूरी शिक्षा की जिम्मेदारी उठाएंगे। जिनके पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इन बच्चों की फीस, किताब-कॉपी और पढ़ाई से जुड़ा हर खर्च वे खुद वहन करेंगे और 18 वर्ष की उम्र तक उनकी शिक्षा का संपूर्ण दायित्व निभाएंगे। यह सुनते ही वहां मौजूद अभिभावकों की आंखें नम हो गईं। माहौल भावुक हो उठा।
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अपने संबोधन में विवेक पाण्डेय ने कहा कि शिक्षा और संवेदना के रास्ते ही समाज को मजबूत बनाया जा सकता है। कोई भी बच्चा सिर्फ इसलिए पीछे न रह जाए क्योंकि उसके पास संसाधन नहीं हैं, यही उनका संकल्प है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम लगातार चलते रहेंगे ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चों को आगे बढ़ने का मौका मिल सके।