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राजधानी लखनऊ के विक्रमादित्य मार्ग के दिलकुशा क्रॉसिंग से लेकर बंदरियाबाग चौराहे तक लगभग 3 किलोमीटर लंबे मार्ग पर लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा हाल ही में सड़क पैचिंग का काम किया गया। हालांकि, सड़क बनते ही पैचिंग उखड़ने लगी, जिससे स्थानीय दुकानदारों और राहगीरों में असंतोष फैल गया।
Lucknow: राजधानी लखनऊ के विक्रमादित्य मार्ग के दिलकुशा क्रॉसिंग से लेकर बंदरियाबाग चौराहे तक लगभग 3 किलोमीटर लंबे मार्ग पर लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा हाल ही में सड़क पैचिंग का काम किया गया। हालांकि, सड़क बनते ही पैचिंग उखड़ने लगी, जिससे स्थानीय दुकानदारों और राहगीरों में असंतोष फैल गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क में तारकोल की मात्रा बेहद कम डाली गई है, जिसके कारण यह काम टिकाऊ नहीं है। दुकानदारों ने सीधे तौर पर यूपी लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए और इसे शॉर्टकट तरीके से किया गया काम बताया।
प्रांतीय खंड के इंजीनियरों की इस कार्यप्रणाली को लेकर लोगों में नाराजगी है। क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि सड़क पैचिंग का यह काम जनता की सुरक्षा और सुविधा के लिहाज से उचित नहीं रहा। अब प्रशासन से मांग की जा रही है कि जल्द ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और सड़क को मजबूत और टिकाऊ बनाया जाए।
यह घटना लखनऊ में सड़क निर्माण और रख-रखाव की गुणवत्ता पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है।