

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित आत्मविश्वेश्वर मंदिर में शनिवार रात आरती के दौरान भीषण आग लग गई, जिसमें 7 श्रद्धालु झुलस गए। झुलसे श्रद्धालुओं को महमूरगंज स्थित GS अस्पताल में भर्ती कराया गया है और सभी खतरे से बाहर हैं। हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन, नेता और पुलिस मौके पर पहुंचे।
आत्मविश्वेश्वर मंदिर में भीषण आग (Img: Google)
Varanasi: उत्तर प्रदेश के धार्मिक शहर वाराणसी में शनिवार रात (9 अगस्त) को एक बड़ा हादसा हो गया। चौक क्षेत्र स्थित आत्मविश्वेश्वर मंदिर में आरती के दौरान अचानक आग लग गई, जिससे वहां मौजूद श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी मच गई। इस हादसे में करीब 7 लोग झुलस गए, जिन्हें फौरन पास के महमूरगंज स्थित GS अस्पताल में भर्ती कराया गया। राहत की बात यह है कि सभी घायल खतरे से बाहर हैं और उनका इलाज चल रहा है।
कैसे हुआ हादसा?
स्थानीय सूत्रों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आत्मविश्वेश्वर मंदिर को अमरनाथ की गुफा की तर्ज पर सजाया गया था। मंदिर की छत और दीवारों पर रुई से बर्फ का आभास देने की कोशिश की गई थी। जब रात में आरती हो रही थी, तभी दीयों की लौ ने रुई को चपेट में ले लिया, जिससे आग ने तेजी से मंदिर में फैलना शुरू कर दिया।
भीड़ अधिक होने के कारण वहां भगदड़ जैसी स्थिति बन गई और कई श्रद्धालु आग की लपटों में झुलस गए। मौके पर मौजूद लोगों ने जैसे-तैसे आग बुझाने की कोशिश की और घायलों को बाहर निकाला।
प्रशासन जांच में जुटा
प्राथमिक जांच में हादसे की वजह शॉर्ट सर्किट को माना जा रहा है, लेकिन आग के फैलने की रफ्तार को देखकर यह भी कहा जा रहा है कि ज्वलनशील सामग्री (जैसे रुई) के कारण स्थिति और गंभीर हो गई। प्रशासनिक अधिकारी और दमकल विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति पर काबू पाया और अब विस्तृत जांच की जा रही है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का बयान
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय विधायक, नेता और पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंच गए थे। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा 'वाराणसी के मां संकठा मंदिर के पास स्थित श्री आत्मा विश्वेश्वर महादेव मंदिर में आग लगने की खबर अत्यंत दुखद है। बाबा श्री काशी विश्वनाथ से सभी घायल श्रद्धालुओं के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं।'
श्रद्धालु सुरक्षित, पर सबक जरूरी
गनीमत यह रही कि इस हादसे में कोई जानहानी नहीं हुई और सभी घायल अब खतरे से बाहर हैं। हालांकि, यह घटना धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा मानकों को लेकर एक बड़ा सवाल जरूर खड़ा करती है। ऐसी सजावट, जो आग को बढ़ावा दे सकती है, उसे धार्मिक आयोजनों में शामिल करने से पहले सुरक्षा मानकों की जांच आवश्यक है।