

यूपी एसटीएफ प्रदेश से अपराध को जड़ से फेंकने के लिए अपनी जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है। इसी कड़ी में पुलिस ने हत्यकांड के फरार आरोपी को दबोचा है।
संजीव त्रिपाठी हत्याकाण्ड का आरोपी धरा
लखनऊ: यूपी एसटीएफ ने छत्तीसगढ़ के विलासपुर में संजीव त्रिपाठी हत्याकाण्ड में 3 वर्षों से फरार चल रहे अभियुक्त को वाराणसी से गिरफ्तार किया है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार एसटीएफ ने आरोपी से 1 तमंचा 315 बोर और 2 कारतूस 315 बोर बरामद किया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है।
गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान विनय कुमार द्विवेदी उर्फ बासू उर्फ गुरूजी पुत्र पवन कुमार द्विवेदी ग्राम चमरौहा पोस्ट ऊँचडीह थाना मनिकपुर जनपद चित्रकूट उत्तर प्रदेश के रुप में हुई है। एसटीएफ ने तलाशी के दौरान आरोपी से 1 तमंचा 315 बोर और 2 कारतूस 315 बोर बरामद किया है।
आरोपी की गिरफ्तारी थाना बडागांव क्षेत्रान्तर्गत फत्तेपुर तिराहा जनपद वाराणसी से शुक्रवार रात को हुई।
जानकारी के अनुसार एसटीएफ उत्तर प्रदेश को काफी दिनों से फरार एवं पुरस्कार घोषित अपराधियों के क्षेत्र में सक्रिय होकर अपराध करने की सूचनायें मिल रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की टीमों को सूचना संकलन एवं कार्यवाही के निर्देश दिये गए थे।
तलाशी के दौरान एसटीएफ वाराणसी की टीम थाना बडागांव क्षेत्र वाराणसी में भ्रमणशील थी। इसी दौरान एसटीएफ को मुखबिर से ज्ञात हुआ कि विलासपुर छतीसगढ़ में हुए चर्चित संजीव त्रिपाठी हत्याकाण्ड में फरार चल रहे अभियुक्त विनय कुमार द्विवेदी उर्फ बासू उर्फ गुरूजी थाना क्षेत्र बड़ागांव, वाराणसी में मौजूद है।
सूचना को पुख्ता करने के बाद एसटीएफ ने जाल बिछाकर फत्तेहपुर तिराहा से वांछित अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि वह अपने साथी एजाज उर्फ सोनू जिस पर जनपद प्रतापगढ़ से 1 लाख रूपये का पुरस्कार घोषित है, के बुलाने पर वाराणसी आया था।
उसने बताया कि वर्ष 2022 में इसने अपने साथी एजाज उर्फ सोनू, दानिश अंसारी, पप्पू दाढी, प्रसून गुप्ता आदि साथियों के साथ मिलकर थाना सकरी विलासपुर छत्तीसगढ़ में संजीव त्रिपाठी की हत्या की थी। मृतक संजीव त्रिपाठी के भाई कपिल त्रिपाठी द्वारा आपसी रंजिश को लेकर संजीव त्रिपाठी की हत्या की सुपारी दी गयी थी।
पूछताछ में उसने यह भी बताया कि वर्ष 2019 में उसने अपने साथियों के साथ मिलकर बीएचयू० के छात्र गौरव सिंह की भी आपसी रंजिश में हत्या की थी।
उस बताया कि इस घटना में वह वाराणसी जेल में बंद था। इसी दौरान सोनू उर्फ एजाज के भाई से इसका सम्पर्क हो गया और जेल से छूटने के बाद सोनू उर्फ एजाज तथा अन्य अपराधियों के सम्पर्क में आकर अपराध करने लगा।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार विनय कुमार द्विवेदी के खिलाफ गौतमबुद्धनगर, वाराणसी और विलासपुर (छत्तीसगढ़) में गंभीर धाराओं में मामले दर्ज हैं।
पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ थाना बडागांव जनपद वाराणसी में संबंधित धाराओं में मु०अ०सं० 301/2025 धारा 3/25 आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया। पुलिस मामले का आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
पुलिस ने बताया कि उक्त गिरफ्तारी के सम्बन्ध में थाना सकरी, जनपद बिलासपुर (छ०ग०) को भी अवगत कराया गया है।