

यूपी एसटीएफ ने उ०प्र० लोक सेवा आयोग की परीक्षा RO-ARO में प्रश्न पत्र लीक मामले में एक और गिरफ्तारी की है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
परीक्षा का पेपर लीक कराने का एक और आरोपित
लखनऊ: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की समीक्षा और सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ-एआरओ) की परीक्षा का पेपर लीक कराने वाले गैंग के एक और सदस्य को एसटीएफ ने ठाकुरगंज से गिरफ्तार किया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान कुमार अभिनन्दन पुत्र रविनेश कुमार, निवासी रस्तोगी नगर बालागंज थाना ठाकुरगंज लखनऊ के रूप में हुई है। एसटीएफ ने गिरफ्तार आरोप से 1 मोबाइल फोन बरामद किया है।आरोपी की गिरफ्तारी गुरुवार को मनोचा बेकरी के पास थाना ठाकुरगंज जनपद लखनऊ से हुई।
जानकारी के अनुसार उ०प्र० लोक सेवा आयोग प्रयागराज द्वारा समीक्षा अधिकारी/ सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक) परीक्षा 11 फरवरी 2024 को प्रदेश के विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित की गयी थी।
परीक्षा प्रारम्भ होने से पूर्व ही प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने की शिकायत मिलने पर उ०प्र० शासन द्वारा उक्त परीक्षा को निरस्त करते हुये प्रश्नपत्र लीक प्रकरण की सम्पूर्ण जाँच एस०टी०एफ० उ०प्र० को आवंटित की गयी जिसके क्रम में एस०टी०एफ० उ०प्र० के उच्चाधिकारीगण द्वारा कमेटी गठित कर प्रश्नपत्र लीक प्रकरण का अनावरण करने हेतु आवश्यक निर्देश दिये गये थे। मुखबिर की सूचना पर एक वर्ष से फरार चल रहे वांछित अभियुक्तों को टीम ने गिरफ्तार किया।
पुलिस की पूछताछ में कुमार अभिनन्दन ने बताया कि उसके पिता का मॉल में मेडिकल स्टोर है। वह भी उन्ही के साथ दवाओं का व्यापार करता हूँ। मेरी अलाया डिस्ट्रीब्यूटर के नाम से विभूतिखंड में फर्म तथा ऑफिस है। मेडिकल लाइन में होने के कारण उसका परिचय डाक्टर शरद कुमार सिंह निवासी वृंदावन योजना पी०जी०आई० लखनऊ से हुआ।
वह हमेशा व्हाट्सएप पर बात करता था। उसने बताया कि परीक्षाओं के पेपर आउट कराने वाले कई लोगों को वह जानता है। तुम्हारी अच्छी नौकरी लगवा दूंगा। बातचीत के दौरान मैंने समीक्षा अधिकारी / सहायक समीक्षा अधिकारी की परीक्षा का फॉर्म भरने की बात बताई।
उसने कहा कि यदि 15 लाख रुपए की व्यवस्था करो तो मैं पेपर आउट करवाकर तुम्हें दे सकता हूं। प्री के बाद मुख्य परीक्षा का भी पेपर आउट करवाकर दूंगा नहीं तो रुपये वापस कर देंगे। आरोपी शरद सिंह के कई बार कहने पर वह तैयार हो गया और उसने एडवांस के लिए कुल करीब एक लाख रुपए नकद दिए। उसने गारंटी के तौर पर उसके हाई स्कूल, इन्टरमीडिएट व ग्रेजुएशन के अंक पत्र व प्रमाणपत्र और मेरा बैंक ऑफ बडौदा के एकाउण्ट का एक ब्लैक चेक आदि ले लिया।
उसने 9 फरवरी 2024 की सुबह भोपाल पहुंचाने हेतु बताया तथा अपने साथी सुभाष प्रकाश और विवेक उपाध्याय का व्हाट्सप्प नंबर दिया उन लोगों ने उसे आउट पेपर पढ़ने के लिए भोपाल बुलाया। सुभाष प्रकाश ने अपना मोबाइल नंबर दिया था जिस पर उसकी व्हाट्सएप से बात होने लगी।
इस सम्बन्ध में राजीव नयन मिश्रा, सुभाष प्रकाश और विवेक उपाध्याय को उसके साथियों सहित एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ जनपद प्रयागराज के थाना सिविल लाइन्स पर संबंधित धाराओँ में पंजीकृत मु०अ०सं० 74/2024 धारा 419, 420, 465, 467, 468, 471, 34/120बी/201 आई०पी०सी० व 3/4/9/10 उ०प्र० मामला दर्ज है। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।