

12 जुलाई 2025 को उत्तर प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश और गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने पश्चिमी और पूर्वी यूपी के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। अगले कुछ दिनों तक मौसम का यही रुख बना रह सकता है।
यूपी में बारिश (सोर्स-गूगल)
Lucknow: उत्तर प्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है और राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश और उमस का दौर जारी है। मौसम विभाग की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, 12 जुलाई को राज्य के पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों में अलग-अलग जगहों पर गरज के साथ भारी बारिश होने की संभावना है। शुक्रवार को राज्य के विभिन्न जिलों में हुई बारिश के बाद लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली है, लेकिन जलभराव और बिजली कटौती जैसी समस्याएं भी सामने आई हैं।
इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने शनिवार को खासकर बांदा, चित्रकूट, फतेहपुर, सोनभद्र, कानपुर देहात और कानपुर नगर में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इन जिलों में तेज हवाओं के साथ बिजली गिरने की भी संभावना है। इसके अलावा जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी और ललितपुर समेत आसपास के इलाकों में भी भारी बारिश हो सकती है।
यूपी के कई जिलों में भारी बारिश (सोर्स-गूगल)
बिजली गिरने की चेतावनी
वहीं, पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर और प्रतापगढ़ जैसे जिलों में गरज के साथ बारिश की संभावना है। इन इलाकों में बिजली गिरने की घटनाएँ भी संभावित हैं, जिसके चलते लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
कन्नौज, हरदोई, फर्रुखाबाद, लखनऊ, रायबरेली, उन्नाव, अमेठी, सुल्तानपुर समेत कई मध्यवर्ती जिलों में गरज के साथ छींटे पड़ने और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। वहीं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा (गौतमबुद्ध नगर), बुलंदशहर, अलीगढ़, आगरा, फिरोजाबाद समेत कई जिलों में बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है।
13 जुलाई से 17 जुलाई के बीच बारिश
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक राज्य में बारिश का यह सिलसिला बना रह सकता है। 13 जुलाई से 17 जुलाई के बीच कई जिलों में लगातार बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। इस दौरान निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसी समस्याएँ पैदा हो सकती हैं।
मौसम विभाग ने लोगों से मौसम की जानकारी पर नज़र रखने और अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलने की अपील की है, खासकर जब गरज और बिजली गिरने की संभावना हो। किसानों को मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए खेतों में काम करने की सलाह दी गई है।