

उत्तर प्रदेश में मानसून की झमाझम बारिश ने गर्मी से राहत दी है। मौसम विभाग ने 25 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जानें अपने जिले का हाल
मौसम अपडेट (सोर्स-गूगल)
Lucknow: उत्तर प्रदेश में मानसून ने पूरे जोर-शोर से दस्तक दे दी है। राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में लगातार दूसरे दिन झमाझम बारिश ने लोगों को गर्मी की तपिश से राहत दी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, मौसम विभाग ने आज भी प्रदेश के 25 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिसमें कानपुर, मथुरा, आगरा, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर, मैनपुरी, इटावा, औरैया, जालौन, बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, एटा, हाथरस और फिरोजाबाद शामिल हैं। मानसूनी धारा उत्तर प्रदेश के ऊपर से गुजर रही है, जिसके चलते यह बारिश राहत और खुशी का सबब बनी।
किसानों के खिले चेहरे
वहीं खेतों में पानी की कमी से जूझ रहे किसानों के चेहरे इस बारिश ने खिला दिए। खरीफ की फसलों जैसे धान, मक्का और दालों के लिए यह बारिश अमृत के समान है। खेतों में नमी बढ़ने से किसानों को बुआई में आसानी होगी और फसल की पैदावार बढ़ने की उम्मीद है। बारिश ने जहां एक ओर प्रकृति को हरा-भरा कर दिया, वहीं गर्मी से तप रहे शहरवासियों को भी ठंडक का एहसास कराया।
बिजली गिरने से गई मासूम की जान
हालांकि, बारिश ने कुछ जगहों पर मुश्किलें भी खड़ी कीं। बहराइच के राई खुर्द गांव में बिजली गिरने से एक मासूम बच्चे की जान चली गई, जिसने पूरे क्षेत्र को सदमे में डाल दिया। श्रावस्ती के सिरसिया, जमुनहा और गिलौला में भी शाम को तेज बारिश हुई। अमेठी और गौरीगंज में करीब आधे घंटे की झमाझम बरसात ने सड़कों पर जलभराव की स्थिति पैदा कर दी।
क्या कहते हैं मौसम विभाग के आंकड़े?
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, सुबह साढ़े आठ बजे तक मेरठ के मवाना में 178 मिमी, संभल के गुन्नौर में 164 मिमी, बिजनौर में 142 मिमी, मुजफ्फरनगर में 122 मिमी, मुरादाबाद के बिलारी में 120.2 मिमी और हाथरस में 120 मिमी बारिश दर्ज की गई।
जुलाई में भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि मानसून की सक्रियता अगले हफ्ते भी जारी रहेगी। जुलाई में मध्य भारत, उत्तराखंड और हरियाणा में भारी बारिश की संभावना है, जिसके चलते बाढ़ का खतरा भी बढ़ सकता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि मध्य भारत और दक्षिणी प्रायद्वीप में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। ऐसे में प्रशासन और जनता को सतर्क रहने की जरूरत है।