UP STF की बड़ी कामयाबी: जिस शातिर अपराधी को ढूंढा हर गली, वह मेरठ की गली में मिला, पढ़ें बदमाश की पूरी कुंडली

मोदीनगर में पंजीकृत धोखाधड़ी के मुकदमे में वांछित ₹50,000 के इनामी अपराधी योगेश गुप्ता को उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने मेरठ में गिरफ्तार किया। आरोपी ने कंपनी-मालिकाना मकान को फर्जी तरीके से बेचकर लाखों रुपये हड़प लिए थे और लंबे समय से फरार था।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 17 November 2025, 5:41 PM IST
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Ghaziabad: गाजियाबाद के मोदीनगर थाना क्षेत्र से 50,000 के इनामी बदमाश योगेश गुप्ता को उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने शनिवार देर रात मेरठ में गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी एसटीएफ नोएडा यूनिट के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि आरोपी लंबे समय से फरार चल रहा था और लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था।

आरोपी की पहचान योगेश गुप्ता निवासी नई कालोनी थाना मोदीनगर (गाजियाबाद) के रूप में हुई। आरोपी को पुलिस ने मेरठ से गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ धारा 406, 420, 504, 506 और 120B के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

कैसे हुई गिरफ्तारी

रविवार की रात लगभग 11:10 बजे एसटीएफ को मुखबिर से सूचना मिली कि इनामी अपराधी योगेश गुप्ता मेरठ के मोदीपुरम क्षेत्र स्थित बीकानेर रेस्टोरेंट के सामने हाईवे किनारे मौजूद है और कहीं भागने की फिराक में है। सूचना मिलते ही STF की टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर मौके पर पहुंचकर योगेश गुप्ता को घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई अपर पुलिस अधीक्षक राज कुमार मिश्रा के पर्यवेक्षण और पुलिस उपाधीक्षक नवेंदु कुमार के नेतृत्व में की गई।

पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे

गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में योगेश गुप्ता ने स्वीकार किया कि वह बी.कॉम पास है और पहले आईटीएस डेंटल क्लीनिक, मुरादनगर में लैब टेक्नीशियन के पद पर काम कर चुका है। उसने बताया कि उसे लंबे समय से जुआ खेलने की लत है। जुए में लगातार बढ़ते कर्ज को चुकाने के लिए उसने कर्ज पर कर्ज लिया और जब हालात बिगड़ गए तो उसने एक बड़ी धोखाधड़ी को अंजाम दिया।

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पुलिस जांच में पता चला है कि उसके पिता सुरेश चंद्र गुप्ता जिस कंपनी में काम करते थे, उसके तहत उन्हें रहने के लिए एक कंपनी-मालिकाना मकान दिया गया था, जिसे बेचा नहीं जा सकता था। लेकिन योगेश गुप्ता ने अपनी मां और बहन के साथ मिलकर उस मकान को अवैध रूप से बेच दिया।

उसने यह मकान अलका पत्नी यशपाल निवासी देवेन्द्रपुरी मोदीनगर को फर्जी तरीके से बेचकर लाखों रुपये हड़प लिए और फिर मेरठ भाग गया।

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जब पीड़िता अलका को धोखाधड़ी की जानकारी हुई, तब तक योगेश फरार हो चुका था। इसके बाद 27 मई 2023 को पीड़िता ने थाना मोदीनगर में मुकदमा दर्ज कराया था। योगेश इस मामले में लगातार फरार था। जिसके बाद 29 अक्टूबर 2024 को अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अपराध मुख्यालय कमिश्नरेट गाजियाबाद द्वारा उस पर ₹50,000 का इनाम घोषित किया गया था।

मोदीनगर में पंजीकृत धोखाधड़ी के मुकदमे में वांछित 50,000 रुपये के इनामी अपराधी योगेश गुप्ता को उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने मेरठ में गिरफ्तार किया। आरोपी ने कंपनी-मालिकाना मकान को फर्जी तरीके से बेचकर लाखों रुपये हड़प लिए थे और लंबे समय से फरार था।

Location : 
  • Ghaziabad

Published : 
  • 17 November 2025, 5:41 PM IST