

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुगलसराय क्षेत्र के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की और शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक सभी समस्याएं राज्यपाल के सामने रखी और मदद की गुहार लगाई।
ट्रांसजेंडर प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से की मुलाकात
Chandauli: लखनऊ स्थित राजभवन में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुगलसराय क्षेत्र के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व ट्रांसजेंडर समुदाय की राष्ट्रीय अध्यक्ष सलमा चौधरी ने किया। इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रतिनिधियों ने शिक्षा, महिला उत्पीड़न, दलित-वंचित समाज की स्थिति, तथा क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर राज्यपाल के सामने अपने विचार और मांगें रखीं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, बैठक के दौरान सलमा चौधरी ने बताया कि चंदौली और वाराणसी जैसे पूर्वांचल के जिलों में शिक्षा का स्तर अभी भी कमजोर है, खासकर दलित, पिछड़े और ट्रांसजेंडर समुदाय के बीच। उन्होंने कहा कि स्कूलों में पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं और कई जगहों पर शिक्षकों की भारी कमी है।
उन्होंने यह भी बताया कि ट्रांसजेंडर समुदाय को स्कूलों और सार्वजनिक संस्थानों में अब भी भेदभाव और तिरस्कार का सामना करना पड़ता है। न तो उनके लिए विशेष शिक्षा योजनाएं हैं और न ही कोई समावेशी पाठ्यक्रम।
सलमा चौधरी ने महिला सुरक्षा और दलितों पर बढ़ते अत्याचार की ओर भी राज्यपाल का ध्यान खींचा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं घरेलू हिंसा, यौन उत्पीड़न और सामाजिक बहिष्कार जैसी समस्याओं से जूझ रही हैं। वहीं, दलित समाज के खिलाफ अत्याचार के मामले दर्ज तो होते हैं, लेकिन न्याय में देरी और दबाव की वजह से पीड़ित परिवारों को न्याय नहीं मिल पाता।
उन्होंने मांग की कि सरकार इन मामलों की तेजी से सुनवाई सुनिश्चित करे और महिलाओं व दलितों के लिए अलग से हेल्पलाइन और न्यायिक सहायता केंद्रों की स्थापना करे।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल सामाजिक कार्यकर्ता दिव्यानंद भारती ने मुगलसराय क्षेत्र से जुड़ी स्थानीय समस्याओं को भी सामने रखा। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में साफ-सफाई, जल निकासी, सड़क और स्वास्थ्य सुविधाएं बेहद खराब स्थिति में हैं।
अस्पतालों में डॉक्टरों की अनुपलब्धता और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की बदहाली लोगों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है। दिव्यानंद ने राज्यपाल से इन समस्याओं पर कार्रवाई की मांग की।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रतिनिधिमंडल की बातें ध्यानपूर्वक सुनीं और आश्वासन दिया कि सभी समस्याओं को संबंधित विभागों तक पहुंचाया जाएगा और उनके शीघ्र समाधान का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि समाज के कमजोर वर्गों की चिंता सरकार की प्राथमिकता है और उनके कल्याण के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे।
इस प्रतिनिधिमंडल में अनील कुमार छात्रसंघ, चांदनी किन्नर, हर्षी किन्नर और गोलू भी शामिल रहे। सभी ने कहा कि राज्यपाल से संवाद प्रेरणादायक रहा और उन्हें उम्मीद है कि उनकी समस्याएं अब अनसुनी नहीं रहेंगी।
यह मुलाकात ट्रांसजेंडर और दलित समुदाय के लिए एक सकारात्मक पहल मानी जा रही है, जिससे समाज में समानता और समावेशन की दिशा में नई उम्मीद जगी है।