

थाना चिलुआताल क्षेत्र में हत्या के प्रयास का सनसनीखेज मामला उजागर हुआ है। जो अपने ही पड़ोसियों पर गाली-गलौज और अमानवीय हमले के आरोप में वांछित चल रहे थे। पढिए पूरी खबर
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के थाना चिलुआताल क्षेत्र में हत्या के प्रयास का सनसनीखेज मामला उजागर हुआ है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद गोरखपुर के निर्देश पर अपराध पर अंकुश लगाने और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत, पुलिस अधीक्षक उत्तरी के मार्गदर्शन में, क्षेत्राधिकारी कैम्पियरगंज पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक चिलुआताल के नेतृत्व में कार्रवाई की गई। उ0नि0 नीरज राय के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तीन नामीशहर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया, जो अपने ही पड़ोसियों पर गाली-गलौज और अमानवीय हमले के आरोप में वांछित चल रहे थे।
क्या है पूरा मामला
पुलिस ने मुकदमा संख्या 565/2025 के तहत 191(2),131,324(4),333,115(2),352,351(3),109,190 बीएनएस धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर संतोष निषाद पुत्र छोटे लाल, राम सकल पुत्र प्रेम नारायण और कपिल पुत्र राम जतन को गिरफ्तार किया। सभी अभियुक्त मानबेला खास थाना चिलुआताल जनपद गोरखपुर के निवासी हैं।
परिवार के साथ विवाद
घटना की पूरी पड़ताल से पता चला कि, विवादित जमीन में रास्ते को लेकर वादी व उसके परिवार के साथ विवाद हो गया। आरोपियों ने गाली-गलौज करते हुए लाठी-डंडा और लोहे के सरिया से हमला बोल दिया। हिंसक हमला इतना बर्बर था कि वादी के चचेरे भाई के पेट में लोहे की छड़ घुसा दी गई। इस अमानवीय कृत्य के संबंध में वादी द्वारा पुलिस को तहरीर दी गई, जिस पर तत्परता से मुकदमा दर्ज किया गया।
अभियुक्तों के खिलाफ त्वरित कार्यवाही
पुलिस ने घटना स्थल से एक अदद डण्डा, एक ईंट और लोहे के सरिया का टुकड़ा बरामद किया, जो सीधी तरह से अभियुक्तों की शातिरता को उजागर करते हैं। प्रभारी निरीक्षक अतुल कुमार श्रीवास्तव, उ0नि0 नीरज कुमार राय, उ0नि0 नरेश सिंह, कां0 राहुल यादव व कां0 श्याम यादव की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ त्वरित कार्यवाही करते हुए उन्हें न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।
अपराधियों के खिलाफ संगठित कार्रवाई
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद गोरखपुर राज करन नय्यर ने कहा कि अपराधियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। जनपदवासियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। ऐसे घटित घटनाओं की जांच शीघ्रता से कर, दोषियों को सजा दिलाई जाएगी ताकि समाज में शांति बनी रहे। यह कार्रवाई प्रशासन की संवेदनशीलता और अपराध निरोधक नीति की जीवंत मिसाल बनकर उभरी है। जनता को भी पुलिस के साथ सहयोग करने की अपील की गई है ताकि अपराधियों के खिलाफ संगठित कार्रवाई हो सके।