देवरिया में चोरों ने बैंक में सेंधमारी का किया प्रयास, लेकिन नंगे पांव भागे, जानें क्या हुआ ऐसा?

देवरिया जिले के बरियारपुर थाना क्षेत्र में स्थित यूपी ग्रामीण बैंक में चोरों ने रातभर सेंधमारी का प्रयास किया, लेकिन नंगे पांव फरार हो गए। सुबह घटना की जानकारी शाखा प्रबंधक को हुई, जिन्होंने पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच कर साक्ष्य जुटाए।

Post Published By: Nidhi Kushwaha
Updated : 2 September 2025, 5:03 PM IST
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Deoria: उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां बरियारपुर थाना क्षेत्र के बिशुनपुर कला चौराहा स्थित उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक में बीती रात चोरों ने सेंधमारी का प्रयास किया। हालांकि, चोर अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो सके और नंगे पांव फरार हो गए।

कैसे हुआ खुलासा?

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, घटना की जानकारी सोमवार सुबह उस वक्त सामने आई जब बैंक के शाखा प्रबंधक रोजाना की तरह बैंक पहुंचे। बैंक परिसर में दीवार के पास खुदाई और सेंध लगाने के प्रयास के निशान देख उन्होंने तत्काल इसकी सूचना बरियारपुर थाने को दी। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और गहन जांच-पड़ताल शुरू की।

बताया जा रहा है कि चोरों ने बैंक की दीवार में सेंध लगाने की कोशिश की थी। अनुमान है कि वे पूरी रात इस काम में लगे रहे, लेकिन किसी कारणवश या सुरक्षा व्यवस्था के चलते वे बैंक के भीतर प्रवेश नहीं कर सके। निराश होकर चोर नंगे पांव ही पैर दबाकर वहां से फरार हो गए, ताकि किसी को भनक न लगे।

पुलिस ने मौके पर जुटाए साक्ष्य

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर इंस्टॉलेशन और आसपास के क्षेत्रों की जांच की। कुछ साक्ष्य भी मौके से इकट्ठा किए गए हैं जिन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस को संदेह है कि घटना में स्थानीय लोगों की भूमिका हो सकती है, इसलिए आसपास के लोगों से पूछताछ भी की जा रही है।

घटना के बाद से क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। बैंक के बाहर या भीतर कोई गार्ड रात में तैनात नहीं था, जिससे चोरों को ऐसा दुस्साहस करने का मौका मिला। शाखा प्रबंधक ने घटना की सूचना बैंक के उच्च अधिकारियों को भी दूरभाष पर दी है और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने की मांग की है। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर चिंता और आक्रोश दोनों का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर बैंक में समय पर गार्ड की व्यवस्था होती या सीसीटीवी कैमरे सक्रिय होते, तो शायद चोरों को रंगे हाथों पकड़ा जा सकता था।

फिलहाल पुलिस सीसीटीवी फुटेज, स्थानीय मुखबिरों की सूचना और एकत्रित किए गए साक्ष्यों के आधार पर जांच को आगे बढ़ा रही है। थानाध्यक्ष ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही इस मामले में शामिल चोरों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।

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