

आतंकी हमले के बाद देश में गुस्से का माहौल है और अब इसका असर उत्तर प्रदेश के एटा जिले में भी देखने को मिल रहा है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
कश्मीर आतंकी हमला (सोर्स-इंटरनेट)
एटा: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश में गुस्से का माहौल है और अब इसका असर उत्तर प्रदेश के एटा जिले में भी देखने को मिल रहा है। शहर के कोतवाली क्षेत्र के पुरानी बस्ती में दाऊजी मंदिर के पास स्थानीय नागरिकों ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। लोगों ने सड़कों पर उतरकर अपना गुस्सा जाहिर किया और '27 निर्दोष लोगों के बदले 2700 आतंकियों को मारने' की मांग की।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, हाल ही में पहलगाम में हुए हमले में आतंकियों की गोलीबारी में 27 निर्दोष लोग मारे गए थे। इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद लोग गुस्से में हैं। एटा में नागरिकों ने पोस्टर और बैनर लेकर विरोध प्रदर्शन किया, जिस पर लिखा था - "27 निर्दोष लोगों के बदले 2700 आतंकवादियों को मारा जाए", "पाकिस्तान मुर्दाबाद", और "आतंकवाद का अंत अब जरूरी है"।
पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी
पुरानी बस्ती स्थित दाऊजी मंदिर के पास सैकड़ों लोग एकत्र हुए और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से अपील की कि अब सिर्फ निंदा से काम नहीं चलेगा, बल्कि पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देना होगा। लोगों ने कहा कि जब तक आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक निर्दोष लोगों की जान जाती रहेगी।
सोशल मीडिया पर भी उबाल
इस हमले को लेकर एटा की सड़कों पर ही नहीं बल्कि सोशल मीडिया पर भी लोगों का गुस्सा देखने को मिल रहा है। फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर युवाओं ने पोस्ट शेयर कर पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। कई लोग इस हमले की तुलना उरी और पुलवामा जैसे आतंकी हमलों से कर रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि सरकार को इसका कड़ा जवाब देना चाहिए।
स्थानीय नागरिकों की मांग
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि अब हमें पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों के खिलाफ सिर्फ शब्दों की नहीं बल्कि कार्रवाई की जरूरत है जो बार-बार देश को निशाना बना रहे हैं। लोगों का कहना है कि जब तक आतंकवादियों और उन्हें पनाह देने वालों के खिलाफ कोई ठोस सैन्य अभियान नहीं चलाया जाता, तब तक ऐसी घटनाएं रुकने वाली नहीं हैं।
जिला प्रशासन और पुलिस सतर्क
प्रदर्शन के दौरान स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर पुलिस बल भी तैनात किया गया था। कोतवाली पुलिस ने लोगों से शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने की अपील की और आश्वासन दिया कि उनकी भावनाओं से सरकार को अवगत कराया जाएगा। जिला प्रशासन भी स्थिति पर नजर रखे हुए है और किसी भी तरह की अफवाह को फैलने से रोकने के लिए सतर्क है।