महिला के साथ ऐसी हरकत…, गोरखपुर पुलिस ने दबोचा; हैरान कर देने वाला मामला

जिले की गीडा पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए महिला को बेहोश कर उसके गहने लूटने वाले शातिर अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए अभियुक्त के कब्जे से चोरी किए गए सोने के जेवर, एक ई-रिक्शा और अवैध तमंचा मय कारतूस बरामद किया गया है।

Post Published By: Poonam Rajput
Updated : 20 August 2025, 8:08 PM IST
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Gorakhpur: जिले की गीडा पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए महिला को बेहोश कर उसके गहने लूटने वाले शातिर अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए अभियुक्त के कब्जे से चोरी किए गए सोने के जेवर, एक ई-रिक्शा और अवैध तमंचा मय कारतूस बरामद किया गया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर राज करन नय्यर द्वारा अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के क्रम में, पुलिस अधीक्षक उत्तरी के मार्गदर्शन और क्षेत्राधिकारी गीडा के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक गीडा अश्वनी कुमार पांडेय के नेतृत्व में गठित टीम ने यह कार्रवाई की। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान बलिराम बासफोर पुत्र कोमल, निवासी शास्त्री चौक पोस्ट मार्रटम हाउस के बगल में, थाना कोतवाली जनपद गोरखपुर के रूप में हुई है।

यह है पूरा मामला

मामला 14 अगस्त 2025 का है। पीड़िता नौसढ़ से ई-रिक्शा पर बैठकर अपने घर जा रही थी। रिक्शे में पहले से ही दो अज्ञात व्यक्ति बैठे हुए थे। रास्ते में उन दोनों ने महिला को कोई नशीला पदार्थ सूंघाकर बेहोश कर दिया और उसके कानों की दो बाली व एक मंगलसूत्र चोरी कर लिया। होश आने पर पीड़िता ने पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी, जिस पर थाना गीडा में मुकदमा दर्ज किया गया।

जांच के दौरान पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर बलिराम बासफोर को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से चोरी की गई दो अदद कान की बाली, एक मंगलसूत्र पीली धातु, बिना नंबर प्लेट की ई-रिक्शा और एक अवैध तमंचा बरामद हुआ। इस बरामदगी के आधार पर थाना स्थानीय पर नया मुकदमा मु0अ0सं0 500/2025 धारा 310(4) भा0न्या0सं0 व 3/25 आर्म्स एक्ट के तहत पंजीकृत किया गया।

आपराधिक इतिहास

पुलिस रिकार्ड के मुताबिक बलिराम का लंबा आपराधिक इतिहास है। इससे पहले भी वह कई गंभीर अपराधों में जेल जा चुका है। वर्ष 2024 में उस पर थाना एम्स गोरखपुर में धारा 392/411 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था। हाल ही में थाना गीडा में धारा 303(2), 317(2) भा0न्या0सं0 का अभियोग भी पंजीकृत किया गया था।

गिरफ्तारी टीम

इस सफलता में प्रभारी निरीक्षक गीडा अश्वनी कुमार पांडेय, उपनिरीक्षक कमलेश प्रताप सिंह, उपनिरीक्षक धीरेन्द्र यादव, हेड कांस्टेबल प्रेम बहादुर सिंह, हेड कांस्टेबल राजेश कुमार सिंह और कांस्टेबल प्रेमप्रकाश व राजनारायण की अहम भूमिका रही। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अपराधियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा और आम जनता की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

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