

लखनऊ एयरपोर्ट पर रविवार सुबह एक बड़ी दुर्घटना टल गई जब हैदराबाद जाने वाली एअर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट टेकऑफ से ठीक पहले तकनीकी खराबी के कारण रोक दी गई। फ्लाइट में 150 यात्री सवार थे, जिन्हें बाद में सुरक्षित उतार लिया गया। यह सतर्कता और त्वरित निर्णय का उदाहरण रहा, जिसने कई जिंदगियां बचा लीं।
एअर इंडिया फ्लाइट में तकनीकी खराबी
Lucknow News: लखनऊ एयरपोर्ट पर रविवार सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एअर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट आईएक्स-2816, जो हैदराबाद जा रही थी, में टेकऑफ से कुछ ही क्षण पहले तकनीकी गड़बड़ी सामने आई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, पायलट ने तुरंत स्थिति की गंभीरता को समझते हुए इसे एयरलाइंस प्रबंधन और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को सूचित किया।
फ्लाइट में सवार थे 150 यात्री
फ्लाइट में लगभग 150 यात्री सवार हो चुके थे और सभी ने अपनी सीटें ले ली थीं। विमान को सुबह 8:40 बजे उड़ान भरनी थी, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण उसे ग्राउंड पर ही रोक दिया गया। पायलट की सतर्कता और त्वरित निर्णय ने संभवतः एक बड़े हादसे को टाल दिया।
यात्रियों में मचा हंगामा
जैसे ही यात्रियों को फ्लाइट रद्द होने और खराबी की सूचना दी गई। यात्रियों ने एयरलाइन कर्मियों से तीखा विरोध जताया और हंगामा शुरू कर दिया। कई यात्रियों ने समय की बर्बादी और वैकल्पिक व्यवस्था न होने पर नाराजगी व्यक्त की।
इंजीनियरों ने की मरम्मत की कोशिश
एयरपोर्ट पर मौजूद इंजीनियरों की टीम ने तत्काल विमान की तकनीकी खराबी ठीक करने की कोशिश की, लेकिन प्रयास सफल नहीं हो सके। विशेषज्ञों के अनुसार, तकनीकी खराबी संभवतः कॉकपिट डिस्प्ले या इंजन से जुड़ी हो सकती है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।
यात्रियों को होटल में ठहराया गया
फ्लाइट के रद्द होने के बाद एयरलाइंस ने यात्रियों को दूसरी फ्लाइट से भेजने का आश्वासन दिया। जिन यात्रियों की तत्काल यात्रा आवश्यक नहीं थी। उन्हें स्थानीय होटल में ठहराया गया, जबकि कुछ यात्रियों को टिकट के पैसे वापस कर दिए गए।
एअर इंडिया एक्सप्रेस की प्रतिक्रिया
एयरलाइंस की ओर से जारी बयान में कहा गया यात्रियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। पायलट ने समय रहते खराबी की सूचना दी, जिससे संभावित खतरे को टाल दिया गया। यात्रियों को हरसंभव सहायता दी जा रही है। वहीं, यात्री ये जानकर राहत महसूस कर रहे हैं कि जान बची, तो जहान है।
सुरक्षा सतर्कता की मिसाल
यह घटना एक बार फिर इस बात को रेखांकित करती है कि हवाई यात्रा में सुरक्षा को कभी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। पायलट और ग्राउंड टीम की सतर्कता से 150 से अधिक लोगों की जान बच गई। एयरलाइंस और एटीसी की इस जिम्मेदार भूमिका की सराहना हो रही है।