सुल्तानपुर: गन्ने के खेत में अज्ञात कारणों से लगी आग, पीड़ित किसान ने लगाई न्याय की गुहार

सुल्तानपुर जिले में उस समय हड़कंप मचा जब एक किसान के खेत में आग लग गई। पूरी खबर के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट

Post Published By: Tanya Chand
Updated : 24 June 2025, 8:43 AM IST
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सुल्तानपुर: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जहां दुबेपुर ग्राम पंचायत के अंतर्गत गन्ना किसान दिनेश वर्मा के खेत में अज्ञात कारणों से अचानक आग लग गई, जिससे सारी खड़ी फसल जलकर खाक हो गई। इस घटना से किसान को भारी नुकसान हुआ है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार यह घटना रविवार के दिन हुई थी, जिसके बाद अब इस मामले में एक नया मोड़ आया है। बता दें कि घटना के तुरंत बाद पीड़ित किसान ने पुलिस की सूचित किया।

पीड़ित ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
घटना की सूचना मिलते ही थाना देहात कोतवाली की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल में जुट गई। जिसके बाद किसान ने अगले दिन पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि पुलिस जांच में लापरवाही बरत रही है। पुलिस कीअब तक स्पष्ट रिपोर्ट या कार्रवाई सामने नहीं आई है।

पीड़ित ने की ये मांग
दिनेश वर्मा ने थाने पर तहरीर देकर घटना की निष्पक्ष जांच और नुकसान की भरपाई की मांग की है। वहीं किसान ने आशंका जताई है कि आग किसी शरारती तत्व द्वारा लगाई जा सकती है, क्योंकि खेत में कोई बिजली या अन्य तकनीकी कारण मौजूद नहीं था।

ग्रामीणों ने भी की प्रशासन से मांग
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ग्रामीणों का कहना है कि आए दिन इस क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं होती रहती है, जिससे किसानों में भय और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है। वे मांग कर रहे हैं कि प्रशासन इस घटना की गंभीरता से जांच कर दोषियों को चिन्हित करे और पीड़ित किसान को उचित मुआवजा दिलवाए।

फसल में आग लगने का अन्य कारण
कुछ समय पहले लखीमपुर खीरी के एक फसल में भी आग लगी थी, जो जलकर पूरी तरह खाक हो गई। बता दें कि महेशापुर गांव में राजेंद्र प्रसाद राठौर की 13 बीघा गन्ने की फसल आग की चपेट में आकर जलकर नष्ट हो गई, जिससे किसान को लगभग 2 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। आग लगने का कारण पड़ोसी किसान प्रताप द्वारा अपने खेत में पराली जलाना बताया जा रहा है, जिससे आग ने विकराल रूप ले लिया और तेज हवा के कारण राजेंद्र प्रसाद राठौर के खेत तक पहुंच गई।

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