

सोनभद्र में समाजवादी पार्टी ने खस्ताहाल सड़कों को लेकर अनोखे अंदाज में विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने सड़क पर लेटकर सरकार और जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता के खिलाफ आवाज उठाई।
कार्यकर्ताओं ने निष्क्रियता के खिलाफ आवाज उठाई
Sonbhadra: सोनभद्र जिले में जर्जर सड़कों को लेकर आम जनता की नाराजगी अब राजनीतिक विरोध में तब्दील होती दिख रही है। शनिवार को समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिले की खस्ताहाल सर्विस लेन को लेकर अनोखे अंदाज में विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने खुद को सड़क पर लेटाकर सरकार और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता को उजागर किया।
विरोध प्रदर्शन सपा जिला सचिव प्रमोद यादव के नेतृत्व में किया गया। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने सड़कों की मरम्मत पर अरबों रुपये खर्च किए होने का दावा किया है, लेकिन जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल अलग है। उन्होंने बताया कि जर्जर सड़कों की वजह से स्कूली बच्चे आए दिन गिरकर घायल हो रहे हैं। सिर्फ बच्चे ही नहीं, आम नागरिक भी इन सड़कों पर चलने में असहज महसूस कर रहे हैं।
प्रमोद यादव ने हाल की एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि अजय भारती नामक एक युवक अपनी मां को जिला अस्पताल ले जा रहे थे, तभी सर्विस लेन की खराब हालत के कारण बाइक फिसल गई और दोनों घायल हो गए। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सिर्फ एक घटना नहीं है, बल्कि आए दिन इस तरह की घटनाएं हो रही हैं।
सपा नेता मनीष त्रिपाठी ने कहा कि प्रदेश की सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं। उन्होंने पूछा कि यदि सरकार वास्तव में विकास कर रही है, तो सड़कें इस हालत में क्यों हैं? प्रदर्शन में मौजूद सुरेश अग्रहरि और मुन्ना कुशवाहा ने भी जिला प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर सवाल उठाए।
खस्ताहाल सड़कों को लेकर प्रदर्शन
प्रदर्शन का संचालन अल्पसंख्यक सभा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष फारुक अली जिलानी ने किया। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन और स्थानीय विधायक इस समस्या पर ध्यान नहीं देते हैं, तो समाजवादी पार्टी सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करेगी।
इस मौके पर शुभम कुशवाहा, हिफाजत अली, उमा शंकर गौर, सैफ रजा, जुनैद अंसारी और गोपाल गुप्ता भी उपस्थित रहे। सभी कार्यकर्ताओं ने सड़क पर लेटकर सांकेतिक रूप से यह संदेश देने की कोशिश की कि आम जनता की हालत अब सड़कों के जैसी हो गई है- उपेक्षित और नजरअंदाज।
Sonbhadra News: सिर्फ नाम का अमृत सरोवर, बदबू, गंदगी और झूठे सौंदर्यीकरण से त्रस्त गांव
विरोध प्रदर्शन के बावजूद स्थानीय विधायक, जिला प्रशासन और नगर पालिका प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं आई। इससे लोगों में और अधिक नाराजगी देखी जा रही है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही सड़कों की मरम्मत नहीं की गई, तो आंदोलन को और व्यापक स्तर पर ले जाया जाएगा।