

यूपी के सोनभद्र में सनसनीखेज मामला सामने आया है। भूत-प्रेत के शक में एक चाचा ने अपने ही भतीजे की धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी। घटना से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है।
सोनभद्र में खूनी वारदात
Sonbhadra: जनपद के दुद्धी कोतवाली क्षेत्र के नगवा गांव में रविवार की रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। भूत-प्रेत के शक में एक चाचा ने अपने ही भतीजे की धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची शव को कब्जे में लेकर जांच में जुटी है।
मृतक की पहचान जीत सिंह (21) पुत्र पाचू सिंह निवासी नगवा गांव के रूप में हुई है। घटना दुद्धी थानाक्षेत्र के नगवा गांव की है। आरोपी चाचा का नाम छोटू सिंह है।
मिली जानकारी के अनुसार मृतक जीत सिंह रविवार की रात अपने घर के पास चबूतरे पर बैठा था। इसी दौरान उसका चाचा छोटू सिंह आया और अचानक उस पर धारदार हथियार (बलुआ जैसा) से ताबड़तोड़ वार कर दिए। खून से लथपथ घायल युवक को लेकर परिवार के लोग स्थानीय सीएचसी पहुंचे। यहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। वार इतने भीषण थे कि जीत सिंह ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था।
मृतक के भाई -बहन से पूछताछ करती पुलिस
मृतक की बहन सुनीता ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि यह विवाद पिछले कई महीनों से चला आ रहा था।
उन्होंने बताया कि 18 फरवरी 2025 को मेरे बड़े भाई अजीत सिंह का सालगिरह था। उसी दिन घर में कार्यक्रम रखा गया था, जिसमें नाचने वाली लड़कियां बुलाई गई थीं। अगले दिन 19 फरवरी को मेरे चाचा छोटू सिंह का बेटा दिनेश कुमार उन लड़कियों को छोड़ने म्योरपुर गया था, जहां से लौटते समय उसका एक्सीडेंट हो गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
दिनेश की मौत के बाद से छोटू सिंह को शक था कि उसके बेटे की मौत में भूत-प्रेत या टोने-टोटके का हाथ है। वह लगातार मृतक जीत सिंह के परिवार पर इल्जाम लगाता रहा। परिवार के बीच बढ़ते विवाद को लेकर गांव में कई बार पंचायत भी हुई। पंचायत के दौरान पंचों ने मृतक दिनेश के परिजनों को मुआवजे के तौर पर 1 लाख रुपए देने की बात कही, जिस पर जीत सिंह का परिवार राजी हो गया था।
लेकिन पूरा पैसा नहीं दिए जाने की वजह से छोटू सिंह लगातार धमकी दे रहा था कि वह “घर का एक सदस्य लेकर रहेगा”। और रविवार की रात उसने अपनी धमकी को अंजाम दे दिया।
सुनीता ने बताया कि शाम करीब 6 से 7 बजे के बीच मेरा भाई रोज की तरह चबूतरे पर बैठा था। मैं वहीं पास में थी, तभी चाचा छोटू सिंह आया और बिना कुछ कहे धारदार हथियार से कई वार कर दिए। मेरा भाई तड़पते हुए जमीन पर गिर पड़ा। जब मैं उसे बचाने दौड़ी तो छोटू मेरे ऊपर भी झपटा, मैं किसी तरह चीखते-चिल्लाते भागी। मेरी आवाज सुनकर गांव के लोग दौड़कर पहुंचे तो छोटू वहां से भाग निकला।
सूचना मिलते ही दुद्धी कोतवाल स्वतन्त्र कुमार सिंह व विशिष्ट उपनिरीक्षक सुरेशचंद्र द्विवेदी अमवार चौकी इंचार्ज मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
थाना प्रभारी ने बताया कि परिजनो के द्वारा दिए तहरीर के आधार पर आरोपी छोटू सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा अभी आरोपी की तलाश के लिए पुलिस टीम गठित की गई है। घटना के बाद पूरे नगवा गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।
लोग यह चर्चा कर रहे हैं कि अंधविश्वास और पुराने पारिवारिक विवाद ने एक और युवा की जान ले ली।
पुलिस ने बताया कि आरोपी के बेटे की मौत के बाद उसे अपने भाई के परिवार पर जादू-टोना कराए जाने का शक था। बेटे की मौत का बदला लेने के लिए उसने अपने भतीजे की हत्या की है।
Beta feature