Sonbhadra News: सोनभद्र में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी कार्रवाई, अवैध अस्पतालों पर लगे ताले, झोलाछाप डॉक्टरों में मचा हड़कंप

यूपी के सोनभद्र जनपद में स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर

Post Published By: सौम्या सिंह
Updated : 28 May 2025, 11:15 AM IST
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सोनभद्र: जनपद सोनभद्र के दुद्धी कस्बे और आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कई अवैध रूप से संचालित अस्पतालों और झोलाछाप डॉक्टरों पर शिकंजा कस दिया। जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) के निर्देश पर नोडल अधिकारी डॉ. गुलाब शंकर की अगुवाई में यह ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, कस्बे में वर्षों से धड़ल्ले से चल रहे झोलाछाप और बिना पंजीकरण वाले अस्पतालों की असलियत सामने लाने के लिए बनाई गई टीम ने कई अस्पतालों पर छापा मारा। कार्रवाई के दौरान सेवासदन, देव हॉस्पिटल, राधारानी अस्पताल और नेशनल अस्पताल जैसे कई संस्थानों की जांच की गई। नियमों और मानकों की अनदेखी करते पाए जाने पर इन अस्पतालों को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया, वहीं अवैध रूप से संचालित ऑपरेशन थिएटरों को भी बंद करवा दिया गया।

शटर गिराकर मौके से गायब हुए डॉक्टर

जैसे ही कस्बे में स्वास्थ्य विभाग की टीम के पहुंचने की खबर फैली, इलाके में अफरा-तफरी मच गई। कई कथित अस्पतालों ने तुरंत अपने साइनबोर्ड उतार दिए और शटर गिराकर मौके से गायब हो गए। स्थानीय लोग भी इस कार्रवाई को लेकर हैरान और सतर्क दिखे। लंबे समय से क्षेत्र में अवैध इलाज की शिकायतें मिल रही थीं, जिन्हें अब गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है।

Big action by the Health Department in Sonbhadra

बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे अस्पतालों पर चला प्रशासन का डंडा

नोडल अधिकारी डॉ. गुलाब शंकर ने स्पष्ट कहा कि यह कार्रवाई जिलाधिकारी और सीएमओ के सख्त निर्देश पर की गई है। उन्होंने दो टूक कहा कि मरीजों की जान से खिलवाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बिना पंजीकरण के अस्पताल और लैब संचालित करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

स्वास्थ्य विभाग की टीम के कार्रवाई से मचा हड़कंप

डॉ. शंकर ने यह भी बताया कि आने वाले दिनों में इस तरह की और छापेमारी की जाएगी। स्वास्थ्य सेवाओं को गुणवत्तापूर्ण और सुरक्षित बनाना प्रशासन की प्राथमिकता है। मरीजों का इलाज केवल प्रशिक्षित और पंजीकृत चिकित्सकों द्वारा ही होना चाहिए। इसके लिए सभी अस्पतालों को निर्धारित नियमों और मापदंडों का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य होगा।

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने की गई कार्रवाई का पूरा ब्यौरा तैयार कर जिलाधिकारी और सीएमओ को सौंपने की बात कही है। माना जा रहा है कि इसके बाद अन्य कस्बों और ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी।

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