

यूपी के सोनभद्र जनपद से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आ रही है, जहां पनारी गांव में चेक डैम से व्यक्ति का शव मिलने से हड़कंप मचा हुआ है।
पनारी में चेक डैम में मिला अधेड़ का शव
Sonbhadra: जनपद के ओबरा थाना क्षेत्र अंतर्गत पनारी गांव में उस समय हड़कंप मच गया जब स्थानीय चेक डैम में एक व्यक्ति का शव तैरता हुआ दिखाई दिया। सूचना मिलते ही मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई और तत्काल पुलिस को सूचित किया गया। कुछ ही देर में ओबरा पुलिस टीम और फॉरेंसिक विशेषज्ञ घटनास्थल पर पहुंच गए। शव को काफी मशक्कत के बाद चेक डैम से बाहर निकाला गया। मृतक की पहचान 50 वर्षीय देवशरण गोंड, पुत्र राजाराम गोंड, निवासी अरंगी गांव के रूप में हुई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, परिजनों के अनुसार देवशरण गोंड मंगलवार सुबह घर से शौच के लिए निकले थे, जिसके बाद वह लौटकर नहीं आए। परिजन दिनभर उनकी तलाश में जुटे रहे, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। बुधवार को जब ग्रामीण चेक डैम के पास से गुजर रहे थे, तभी पानी में कुछ संदिग्ध दिखाई दिया। नजदीक जाकर देखने पर वह एक शव निकला। लोगों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी।
शव मिट्टी में सना हुआ था जिसे पानी डालकर साफ किया गया और तब जाकर मृतक की पहचान हो सकी। जैसे ही शव की पुष्टि देवशरण गोंड के रूप में हुई, गांव में मातम छा गया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। मृतक के परिजनों ने बताया कि देवशरण अक्सर शौच के बाद पास के चेक डैम की ओर पानी लेने जाया करते थे। आशंका जताई जा रही है कि इसी दौरान वे किसी कारणवश असंतुलित होकर फिसल गए और पानी में डूब गए।
चेक डैम में उतराया युवक
स्थानीय लोगों का कहना है कि चेक डैम के किनारों पर सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं है और न ही वहां कोई चेतावनी बोर्ड लगाया गया है। न तो रेलिंग है, न ही कोई रौशनी की व्यवस्था, जिससे ऐसे हादसों की आशंका बनी रहती है।
मौके पर पहुंची फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से आवश्यक साक्ष्य एकत्र किए हैं ताकि मौत की परिस्थितियों को स्पष्ट किया जा सके। प्रथम दृष्टया मामला हादसे का लग रहा है, लेकिन पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है।
ओबरा पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचायतनामा की प्रक्रिया पूरी की और पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारण की पुष्टि हो सकेगी।
घटना के बाद से यह सवाल खड़ा हो रहा है कि ग्रामीण इलाकों में बने चेक डैम और तालाबों के पास सुरक्षा इंतजाम क्यों नहीं किए जाते। अगर समय रहते बचाव हो जाता, तो शायद देवशरण गोंड की जान बचाई जा सकती थी। प्रशासन से ग्रामीणों ने मांग की है कि चेक डैम के आसपास सुरक्षा व्यवस्था की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है और गांव में शोक का माहौल व्याप्त है।