Breaking: गोरखपुर में दिनदहाड़े सपा नेता पर फायरिंग, बाल-बाल बचे पूर्व मंत्री के बेटे अमरेंद्र निषाद
गोरखपुर के गुलरिहा थाना क्षेत्र में पूर्व मंत्री स्वर्गीय जमुना निषाद के पुत्र अमरेंद्र निषाद पर जमीनी रंजिश में उनके ही रिश्तेदार ने गोली चला दी। अमरेंद्र बाल-बाल बचे, पुलिस जांच में जुटी है।
Gorakhpur: गोरखपुर में मंगलवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब एक राजनीतिक परिवार की पुरानी रंजिश खून-खराबे में बदल गई। घर के दरवाजे पर खड़े समाजवादी पार्टी के नेता पर अचानक रिवाल्वर तान दी गई और गोली चला दी गई। सीने को छूती हुई निकली गोली ने एक बड़ा हादसा टाल दिया, लेकिन इस सनसनीखेज वारदात ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। दिनदहाड़े हुई इस फायरिंग ने न सिर्फ पारिवारिक विवाद की भयावह तस्वीर दिखाई, बल्कि कानून-व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
घर के दरवाजे पर हुआ जानलेवा हमला
घटना गोरखपुर जनपद के गुलरिहा थाना क्षेत्र के खुटहन खास गांव की है। समाजवादी पार्टी के नेता और पिपराइच विधानसभा से पूर्व प्रत्याशी अमरेंद्र निषाद अपने घर के बाहर मौजूद थे, तभी उनके ही पटीदार ने रिवाल्वर से उन पर गोली चला दी। आरोप है कि हमलावर सीधे दरवाजे पर चढ़कर आया और नजदीक से फायर किया। गोली अमरेंद्र निषाद के सीने को छूती हुई निकल गई, जिससे वह बाल-बाल बच गए।
जानकारी के अनुसार अमरेंद्र निषाद का अपने बड़े पिता के बेटे से लंबे समय से पारिवारिक और जमीनी विवाद चल रहा था। मंगलवार को यही विवाद हिंसक रूप ले बैठा। आरोप है कि आरोपी पहले से ही गुस्से में था और जान से मारने की नीयत से रिवाल्वर लेकर घर पहुंचा। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया।
गोली की आवाज से गांव में मचा हड़कंप
गोली चलने की आवाज सुनते ही गांव में अफरा-तफरी मच गई। परिजन और ग्रामीण मौके पर दौड़ पड़े। घायल अमरेंद्र निषाद को तत्काल सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस भी हरकत में आई और इलाके में सतर्कता बढ़ा दी गई।
थाने पहुंचकर दी नामजद तहरीर
शाम करीब छह बजे अमरेंद्र निषाद खुद गुलरिहा थाने पहुंचे और आरोपी पटीदार के खिलाफ नामजद तहरीर दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी है और आरोपी की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है।
अमरेंद्र निषाद गोरखपुर की राजनीति में जाना-पहचाना नाम हैं। वह पिपराइच विधानसभा से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। उनके पिता स्वर्गीय जमुना निषाद बसपा सरकार में मंत्री रह चुके थे और निषाद समाज के बड़े नेता माने जाते थे। उनके निधन के बाद उनकी पत्नी राजमती निषाद विधायक बनीं और फिर राजनीतिक विरासत आगे बढ़ाते हुए अमरेंद्र निषाद को चुनाव मैदान में उतारा गया।
पुलिस ने दिया सख्त कार्रवाई का भरोसा
पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। घटना के बाद गांव और आसपास के इलाकों में तनाव का माहौल बना हुआ है।