

कानपुर में कार चालक ऋषिकेश की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर सनसनीखेज खुलासे किए हैं। आरोपियों ने हत्या के दर्दनाक सच और शव को गुप्त ठिकाने लगाने के तरीकों का खुलासा किया। पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में लगी हुई है।
ऋषिकेश का फाइल फोटो
Kanpur: कानपुर जिले के चकेरी क्षेत्र में कार चालक ऋषिकेश की हत्या के मामले ने पूरे प्रदेश में सनसनी मचाई हुई है। पुलिस ने इस हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने हत्या का भयानक सच बयां किया। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने शराब पार्टी का बहाना बनाकर ऋषिकेश को अगवा किया और फिर बेरहमी से उसकी हत्या की। हत्या की पूरी योजना और धड़ को ठिकाने लगाने के तरीकों का खुलासा भी हुआ है।
पुलिस ने काकोरी के जंगल से मुख्य आरोपी शिवकटरा निवासी मोगली उर्फ प्रिंस, निखिल, आकाश और रिशू वर्मा को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा चार अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। आरोपियों के मुताबिक उन्होंने ऋषिकेश को कपड़े उतारकर पीटा। मुख्य आरोपी पवन ने ऋषिकेश से कहा था, "इसी हाथ से तूने मेरी बहन को छुआ था..." इन शब्दों के बाद आरोपी ने ऋषिकेश का हाथ एक झटके में काट दिया। इसके बाद आरोपियों ने शराब पीकर नाच-गाना किया और पूरी घटना का वीडियो बनाया। नाचते हुए आरोपियों ने ऋषिकेश के सिर को धड़ से अलग कर दिया।
हत्या के बाद शव को छुपाने के लिए आरोपियों ने बिना नंबर वाली ई-रिक्शा का इस्तेमाल किया। उन्होंने शव को बोरियों में भरकर गंगा नदी में फेंक दिया। यह सारा कांड लाल बंगला, केडीए कॉलोनी और जाजमऊ गंगापुल के आसपास अंधेरे में अंजाम दिया गया। पुलिस ने बताया कि हत्या के पीछे मुख्य कारण ऋषिकेश और मुख्य आरोपी की बहन के बीच प्रेम संबंध थे। आरोपियों ने बताया कि ऋषिकेश ने दोस्ती में धोखा दिया था, जिससे यह घटना हुई।
मालूम हो कि ऋषिकेश पर पहले भी हत्या के प्रयास का मामला दर्ज था और वह जिलाबदर था। इसी दौरान उसकी मुख्य आरोपी की बहन से प्रेम संबंध बने। जिससे विवाद और बढ़ गया। आरोपी पवन मल्लाह, बॉबी मल्लाह, सत्यम गौतम और डॉनी अभी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही है।
पीड़ित परिवार ने कहा कि ऋषिकेश शुक्रवार रात को गणेश महोत्सव में जाने की बात कहकर निकला था, लेकिन वह वापस नहीं लौटा। इसके बाद ऋषिकेश के भाई रवि कुमार ने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए आरोपियों को पकड़ा।
डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता ने कहा कि यह हत्या पूरी साजिश के तहत की गई थी। आरोपियों ने यह भी स्वीकार किया कि वे शराब के नशे में थे और क्रूरता के साथ हत्या की।