

SIT ने एक बार फिर सख्ती दिखाते हुए नवंबर 2024 में हुए सांप्रदायिक तनाव में छह फरार उपद्रवियों के विरुद्ध न्यायालय से वारंट जारी कराए हैं। मामले की जानकारी के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
SIT ने एक बार फिर दिखाई सख्ती ( सोर्स - इंटरनेट)
संभल: सांप्रदायिक तनाव और हिंसा के मामले में विशेष जांच टीम (SIT) ने एक बार फिर सख्ती दिखाते हुए नवंबर 2024 में हुए सांप्रदायिक तनाव में छह फरार उपद्रवियों के विरुद्ध न्यायालय से वारंट जारी कराए हैं। SIT के नेतृत्व में गठित पुलिस टीमों ने देश के विभिन्न राज्यों में इन वांछित आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिशें तेज कर दी हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, फरार चल रहे जिन छह आरोपियों के विरुद्ध वारंट जारी किए गए हैं, उनमें इमरान गंजा पुत्र घसीटा (निवासी खग्गू सराय, थाना नखासा), सलमानी पुत्र हाजी तस्लीम (मौहल्ला तबेला), सलमान पुत्र मुख्तार (देहली दरवाजा), आदि पुत्र इमरान (मोहल्ला कोट गर्वी), अब्दुल समद पुत्र महबूब उर्फ भूरा (कोट गर्वी) शामिल हैं। इन सभी का संबद्ध थाना कोतवाली संभल है।
इन आरोपियों के ठिकानों पर यूपी, दिल्ली, उत्तराखंड, राजस्थान सहित पांच राज्यों में लगातार दबिश दी जा रही है। पुलिस ने इनमें से एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि बाकी पांच अब भी गिरफ्तारी से बचने के प्रयास में लगातार फरार हैं। पुलिस को आशंका है कि ये आरोपी जल्द ही किसी अन्य राज्य में पलायन कर सकते हैं। न्यायालय में प्रस्तुत की गई रिपोर्ट में पुलिस ने यह भी कहा है कि SIT जल्द ही इन सभी आरोपियों की उद्घोषणा BNS की धारा 84 के तहत कराने की प्रक्रिया शुरू कर रही है।
गौरतलब है कि 19 नवंबर 2024 को चंदौसी कोर्ट में हिंदू पक्ष द्वारा दावा किया गया था कि संभल की शाही जामा मस्जिद दरअसल श्री हरिहर मंदिर है। इसी मामले में कोर्ट के आदेश पर मस्जिद का सर्वे हुआ, जिसकी पहली प्रक्रिया 19 नवंबर को और दूसरी 24 नवंबर को हुई।
सर्वे के दौरान मस्जिद क्षेत्र में भारी भीड़ एकत्रित हो गई और देखते ही देखते भीड़ उग्र होकर पुलिस पर पथराव और फायरिंग करने लगी। इस हिंसा में चार लोगों की जान चली गई, जबकि कई वाहन फूंक दिए गए। अब तक पुलिस इस मामले में दो हत्यारोपियों, तीन महिलाओं सहित कुल 85 आरोपियों को जेल भेज चुकी है। मस्जिद इंतजामिया के सदर जफर अली एडवोकेट को भी जेल भेजा गया है। SIT इस मामले में हर पहलू से जांच कर रही है और बचे हुए उपद्रवियों की गिरफ्तारी के प्रयास लगातार जारी हैं।