

बिजनौर में बाढ़ राहत कार्यों को लेकर जिलाधिकारी जसजीत कौर ने विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। प्रभावित किसानों, पशुपालकों और नागरिकों को हरसंभव मदद देने के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी जसजीत कौर ने विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की
Bijnor: जिले में बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी जसजीत कौर की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन उनके कैंप कार्यालय पर शाम 5 बजे किया गया। बैठक में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की समीक्षा की गई और प्रभावित जनता को त्वरित राहत पहुंचाने के लिए विभिन्न विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि बाढ़ से प्रभावित धान, उड़द व गन्ने जैसी बीमित फसलों का त्वरित सर्वे कर क्षति का आकलन करें और इंश्योरेंस कंपनियों के माध्यम से किसानों को शीघ्र मुआवजा दिलाने की प्रक्रिया पूरी करें। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित किसानों को राहत राशि देने में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी जसजीत कौर का स्वास्थ्य सेवाओं पर खास जोर
उन्होंने लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया कि बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों का विवरण तत्काल प्रस्तुत करें और प्राथमिकता के आधार पर मरम्मत कार्य शुरू करें। जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि अब तक जिले की विभिन्न तहसीलों में 2450 राशन किटों का वितरण किया जा चुका है और उसकी फीडिंग पोर्टल पर की जा रही है।
Bijnor Floods: भारी बारिश और तूफान से जलभराव, किसानों और शहरवासियों को भारी नुकसान
जिलाधिकारी कौर ने स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों की भी समीक्षा की और बताया कि जिले में 11 मेडिकल कैंप संचालित हो रहे हैं तथा सभी पीएचसी और सीएचसी में आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इसके साथ ही पशुओं के इलाज के लिए 15 पशु चिकित्सा शिविर भी लगातार कार्यरत हैं। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि पशुओं को चारा उपलब्ध कराने की हर संभव व्यवस्था की जाए ताकि पशुपालकों को किसी प्रकार की समस्या न हो।
जिलाधिकारी ने नगर निकायों और जिला पंचायत राज अधिकारियों को निर्देश दिए कि संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फॉगिंग, एंटी लार्वा छिड़काव, सैनिटेशन व सफाई व्यवस्था को मजबूत किया जाए।
Road Accident In Bijnor: सड़क की बदहाली बनी हादसे की वजह, यात्रियों से भरा ऑटो पलटा
बैठक में यह भी बताया गया कि लगभग 200 ग्रामों की फसलें बाढ़ से प्रभावित हुई हैं, जिनका सर्वेक्षण जारी है और नियम अनुसार प्रभावित किसानों को जल्द ही राहत राशि प्रदान की जाएगी। इसके लिए जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक, उप निदेशक कृषि तथा जिला कृषि अधिकारी को संयुक्त रूप से जिम्मेदारी दी गई है।
इस महत्वपूर्ण बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व वान्या सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण विनय कुमार सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. एल.के. अग्रवाल, पूर्ति, वन, स्वास्थ्य, कृषि विभाग के अधिकारी और आपदा विशेषज्ञ प्रशांत श्रीवास्तव सहित अनेक अधिकारी उपस्थित रहे।