

श्रावण मेला और कांवड़ यात्रा की सुरक्षा को लेकर गोरखपुर में बड़ा प्रशासनिक बदलाव हुआ। इस दौरान दो सीओ के कार्यक्षेत्र बदले गए है। नाम जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करण नैय्यर (सोर्स- इंटरनेट)
Gorakhpur: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जनपद से एक बड़ी और हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जहां आगामी श्रावण मेला और कांवड़ यात्रा की भीड़ व्यवस्था और सुरक्षा को लेकर गोरखपुर पुलिस महकमे में बड़ा बदलाव हुआ है। बता दें कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राज करण नैय्यर ने दो सीओ के कार्यक्षेत्र बदल दिए हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार आदेश के मुताबिक, सीओ गोला मनोज पांडेय को अब बांसगांव सर्किल की कमान सौंपी गई है, जबकि बांसगांव में तैनात सीओ दरवेश कुमार को गोला भेजा गया है।
एसएसपी ने बताया फेरबदल का कारण
बता दें कि एसएसपी राज करण नैय्यर ने बताया कि श्रावण मास में कांवड़ यात्रा और मंदिरों में भीड़ प्रबंधन को देखते हुए यह बदलाव किया गया है ताकि फील्ड में निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था मजबूत रहे।
श्रावण मास में प्रशासन अलर्ट
गौरतलब है कि श्रावण मास में गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में लाखों कांवड़िए जल भरने व शिवालयों में जलाभिषेक के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में यातायात व्यवस्था, सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिहाज से प्रशासन अलर्ट मोड पर है।
सुरक्षा योजनाओं पर काम शुरू
सूत्रों के अनुसार, इस बदलाव के साथ पुलिस महकमे ने संभावित संवेदनशील रूट और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सुरक्षा योजनाओं पर भी काम शुरू कर दिया है।
पुलिस प्रशासन ने श्रद्धालुओं से की बड़ी अपील
पुलिस प्रशासन ने श्रद्धालुओं से भी अपील की है कि कांवड़ यात्रा के दौरान प्रशासन का सहयोग करें, ट्रैफिक नियमों का पालन करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
यूपी में कावड़ यात्री की तैयारी
जैसा कि आप जानते हैं कि कावड़ यात्रा 11 जुलाई से शुरू होने वाली है जो लास्ट 23 जुलाई तक रहेगी। ऐसे में यूपी सरकार और पुलिस प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पूरी तरह से अलर्ट है। इस दौरान पुलिस ने कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
डीजे पर प्रतिबंध: डीजे की ऊंचाई 12 फीट से अधिक और चौड़ाई 14 फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा, डीजे पर धर्म और जाति विशेष पर आपत्तिजनक, भड़काऊ और अश्लील गाने बजाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
नेम प्लेट लगाने का निर्देश: कावड़ यात्रा मार्ग पर स्थित दुकानों पर मालिक के नाम की नेम प्लेट लगानी होगी। हालांकि, इस निर्देश को लेकर विवाद भी हुआ था और मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया था।
सुरक्षा व्यवस्था: पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। कावड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किया जाएगा।
इसके अलावा, कुछ जिलों में पुलिस ने डीजे संचालकों के साथ बैठकें की थी और उन्हें दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए कहा था।