Ram Mandir: अयोध्या राम मंदिर का निर्माण लगभग पूरा, एक महीने में श्रद्धालुओं के लिए खुलेगा

अयोध्या में राम मंदिर परिसर का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। इसे एक महीने के अंदर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा।

Post Published By: Sapna Srivastava
Updated : 29 June 2025, 6:25 PM IST
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Ayodhya: अयोध्या में राम मंदिर परिसर का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। इसे एक महीने के अंदर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा। रामजन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण समिति की दूसरे दिन की बैठक से पहले अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने यह जानकारी साझा की।

अंतरराष्ट्रीय राम कथा संग्रहालय में नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में भवन निर्माण समिति की दूसरे दिन की बैठक चल रही है।

राम मंदिर परिसर में लगातार श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के कारण उनकी सुरक्षा पर भी चर्चा हो रही है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के उपायों को लेकर ट्रस्ट लगातार जिला और पुलिस प्रशासन के संपर्क में है।

नृपेंद्र मिश्र का बयान

भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय राम कथा संग्रहालय में निर्माण कार्य शुरुआती चरण में है। यहां सबसे पहले सिविल वर्क पूरा किया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय राम कथा संग्रहालय में राम कथाओं के लिए 20 गैलरी बनाई जाएंगी। यहां की गैलरी में राम कथा को प्रदर्शित करने के लिए किस तकनीक का इस्तेमाल किया जाए? यह अपने आप में एक चुनौती है। राम कथाओं की स्क्रिप्ट को जल्दी पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।

1000 साल के लिए राम मंदिर

मंदिर का निर्माण मजबूती से किया जा रहा है। ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है जिससे अयोध्या का राम मंदिर 1000 साल तक सुरक्षित रहे। शायद यही वजह है कि अब श्री राम जन्मभूमि मंदिर में दुनिया का पहला ऐसा मंदिर बनाया जा रहा है जिसमें टाइटेनियम जैसी उच्च धातु का इस्तेमाल किया जा रहा है।

अयोध्या का राम मंदिर न केवल आध्यात्मिक शक्ति का केंद्र बनेगा। बल्कि यह आधुनिक तकनीक और सनातन आस्था का प्रतीक भी बनेगा।

टाइटेनियम लगाया जा रहा है

अयोध्या का राम मंदिर अब दुनिया का पहला ऐसा मंदिर होगा जिसकी संरचना को टाइटेनियम जैसी धातु के इस्तेमाल से मजबूती दी जा रही है। राम मंदिर में टाइटेनियम से बनी 32 जालियां लगाई जा रही हैं।

500 साल के लंबे संघर्ष के बाद अब भगवान राम का मंदिर बनकर तैयार है। अब मंदिर के भूतल, प्रथम तल और द्वितीय तल पर टाइटेनियम से बनी जाली लगाई जा रही है। टाइटेनियम की आयु 1000 वर्ष से भी अधिक बताई जा रही है।

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