

सड़क हादसे में जान बचाने वाले राहवीर को योजना के तहत सरकार 25 हजार रुपये देगी….सड़क हादसों के वक्त घायलों को सही समय पर मदद न मिल पाने के कारण रोजाना बहुत से लोग अपनी जान गवां देते हैं। लेकिन ऐसे भी लोग हैं जोकि ऐसी इमरजेंसी में बहादुरी दिखाते हुए घायलों की मदद करते हैं। पढिये पूरी खबर
रायबरेली: सड़क हादसों के वक्त घायलों को सही समय पर मदद न मिल पाने के कारण रोजाना बहुत से लोग अपनी जान गवां देते हैं। लेकिन ऐसे भी लोग हैं जोकि ऐसी इमरजेंसी में बहादुरी दिखाते हुए घायलों की मदद करते हैं और उन्हें समय रहते अस्पताल पहुंचाते हैं जिससे घायलों की मूल्यवान जान बच जाती है। ऐसे ही दिलेर लोगों को प्रोत्साहित करने के लिये सरकार की तरफ से राहवीर योजना को लाया गया है। जिसमे ऐसे बहादुर लोगों को पुरस्कार भी दिया जाता है।
केंद्र सरकार ने इस योजना को लॉन्च
जानकारी के मुताबिक, जुलाई 2025 से पहले इस योजना को गुड सेमेरिटन योजना के नाम से जाना जाता था जोकि साल 2020 में शुरू हुई थी। साथ ही सुप्रीम कोर्ट के द्वारा ऐसे मददगारों को पुलिस व अन्य कानूनी सिस्टम में परेशान न किये जाने का भी आदेश दिया गया था। जिसके बाद केंद्र सरकार ने इस योजना को लॉन्च किया।
10 राहवीरों को एक - एक लाख रुपए का पुरस्कार
राहवीर योजना के बारे में रायबरेली के सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ( एआरटीओ ) अंबुज बताते हैं कि जुलाई 2025 से पहले इस योजना को गुड सेमेरिटन योजन के नाम से जाना जाता था। नाम के साथ साथ इस योजना के तहत मिलने वाली पुरस्कार राशि को भी बदला गया है। जिलाधिकारी की अगुवाई में एक कमेटी बनाई गई है जोकि गुड सेमेरिटन को चिन्हित करते हैं। जहाँ पहले गुड सेमेरिटन को 5 हजार का पुरस्कार दिया जाता था अब वह बढ़ाकर 25 हजार रुपये कर दिया गया है। वहीं इस योजना के तहत कोई भी राहवीर साल में अधिकतम 5 बार इस पुरस्कार को पा सकता है। वहीं इस योजना के तहत राहवीर को राष्ट्रीय स्तर पर चयनित किया जाएगा। जिसमें 10 राहवीरों को एक - एक लाख रुपए का पुरस्कार भी दिया जाएगा।
5 हजार रुपये का पुरस्कार
एआरटीओ अम्बुज ने बताया कि 7 लोगों के नाम गुड सेमेरिटन योजना के तहत पुरस्कार के लिये भेजे गए हैं। जिनमे मनोज कुमार सिंह, एआरटीओ रायबरेली का नाम भी इस लिस्ट में है जिन्हें गुड सेमेरिटन योजना के तहत पुरस्कार के लिये चयन किया गया है। वहीं 6 अन्य लोगों में मोहम्मद सैयद, अभिषेक कुमार चौधरी, राकेश जायसवाल, वीरेंद्र साहू, मोहम्मद सलमान व अखिलेश प्रताप सिंह हैं जिन्हें गुड सेमेरिटन योजना के तहत 5 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस समय सरकार का सड़क दुर्घटना में मृतकों की संख्या कम हो इस पर विशेष ध्यान है इसके लिए फोर ई पालिसी सरकार लेकर आई है। जिसमे इमरजेंसी केयर पालिसी सबसे महत्वपूर्ण है। इस पालिसी के तहत हमारा प्रयास रहता है कि गोल्डन आवर टाइम ( दुर्घटना के एक घण्टे के भीतर ) में घायलों को हॉस्पिटल तक पहुंचाया जाए। जहाँ उन्हें बेहतर इलाज देकर उनकी जान बचाई जा सके सरकार का प्राथमिक उद्देश्य है कि लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों में कमी लाई जाए और इसमें घायलों की जान बचाई जाए। सरकार ने 2030 तक लगभग 50 फीसदी तक कमी लाने का लक्ष्य रखा है। कानूनी दांवपेंच में न फंसने की बात को लेकर अक्सर लोग सड़क पर घायलों की मदद करने से कतराते थे। लेकिन अब इस योजना के तहत बिना किसी कानूनी दांवपेच व मानसिक परेशानी के लोग घायल लोगों की मदद करेंगे और साथ ही राहवीर बनके पुरस्कार भी प्राप्त करेंगे।
राहवीर योजना के तहत आवेदन प्रक्रिया
अस्पताल या पुलिस स्टेशन दुर्घटना की सूचना राहवीर के बारे में संबंधित पुलिस स्टेशन को देता है। जिसके बाद जिला स्तर पर गठित मूल्यांकन समिति पुरस्कार के लिए प्राप्त प्रस्तावों की समीक्षा करती है। चयनित गुड सेमेरिटन अब राहवीर को उनके बैंक खाते में सीधे ऑनलाइन भुगतान किया जाता है। हर साल 10 सबसे योग्य प्रस्तावों को राष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए मंत्रालय को भेजा जाता है।यह योजना किसी भी व्यक्ति के लिए है जो किसी सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की मदद करने के लिए आगे आता है, भले ही उसका कोई पेशेवर संबंध हो या न हो।
क्या करें यदि आप एक गुड सेमेरिटन हैं?
घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दें। घायल व्यक्ति को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाएं। आवश्यकतानुसार, अस्पताल और पुलिस से समन्वय करें ताकि आप अपना पुरस्कार प्राप्त कर सकें।