Raebareli News: क्या आपने देखा वो हरा संदेश जो प्लास्टिक के खिलाफ उठ खड़ा हुआ? NTPC का चौंकाने वाला कदम

इस साल 5 जून का पर्यावरण दिवस प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने की थीम पर आधारित है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Poonam Rajput
Updated : 4 June 2025, 5:19 PM IST
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रायबरेली: इस साल 5 जून का पर्यावरण दिवस प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने की थीम पर आधारित है। एनटीपीसी ऊंचाहार निरंतर प्रदूषण कम करने के लिए प्रयासरत रहा है। एनटीपीसी के कार्यकारी निदेशक एवं परियोजना प्रमुख अभय कुमार श्रीवास्तव ने यह बात कही।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, उन्होंने कहा कि "उत्पादन में बढ़ोत्तरी, ग्रीन हाउस गैस की गहनता को कम करना" पर्यावरण के प्रबंधन पर एनटीपीसी का दृष्टिकोण है। स्थापना काल से ही एनटीपीसी ने इस मुद्दे पर आगे बढ़कर नेतृत्वकारी भूमिका निभाई है। एनटीपीसी ऊंचाहार विद्युत परियोजना की कुल उत्पादन क्षमता 1560 मेगावॉट है जिसमे 10 मेगावॉट का सोलर विद्युत प्रोजेक्ट ग्राम अरखा में स्थापित किया गया है।

अपने संदेश में उन्होंने कहा कि “प्लास्टिक की समस्या निरंतर बढ़ती जा रही है इसको यथा शीघ्र हमें रोकना जरूरी है। हमने अपने प्लांट और टाउनशिप मैं एकल उपयोग प्लास्टिक को पूर्णतः प्रतिबंधित किया है। हम जब भी खरीदारी करने बाजार जाएं तो अपने साथ कपड़े का थैला साथ जरूर रखें जिससे अनावश्यक प्लास्टिक अपने घर में आने को रोका जा सके। चलिए हम सब मिलकर ये प्रण लेते हैं कि सिंगल यूज़ प्लास्टिक के थैले को पूर्णतः प्रतिबंधित करेंगे।”

श्री श्रीवास्तव ने बताया कि कोयला जलने की वजह से सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड और पार्टिक्युलेट मैटर उत्सर्जित होता है। इसके रोकथाम के लिए पर्यावरण एवं वन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुरूप तय मानक के अनुसार करना है। इस उत्सर्जन को कम करने के लिए हमारे इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रेसिपिटेटर को अपग्रेड करना पड़ा और हमारी सभी छह इकाइयों में इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रेसिपिटेटर को अपग्रेड कर दिया गया है। इस प्रकार एनटीपीसी ने तय मानक के अनुसार पार्टिकुलेट मैटर का उत्सर्जन कंट्रोल कर लिया।

इसी तरह सल्फर डाइऑक्साइड कंट्रोल करने के लिए एनटीपीसी ने सभी इकाइयों में फ्लू गैस डी सल्फराइजेशन प्लांट लगाये है। सभी विद्युत इकाइयों के फ्लू गैस डिसल्फराइजेशन प्लांट तैयार हो चूके हैं और इनका संचालन शुरू हो गया है।

पाँचवी और छठवीं विद्युत इकाई में नाइट्रोजन ऑक्साइड को तय मानक के अनुसार बनाए रखना है इसके लिए एनटीपीसी ऊंचाहार में लो नॉक्स बर्नर और एयर फायर डैमपर लगाए जा चूके हैं। जिसकी वजह से नाइट्रोजन ऑक्साइडस की मात्रा काफी हद तक कम की जा चुकी है।

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