

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में कुख्यात अपराधी कादिर को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर भीड़ ने पथराव और फायरिंग कर दी। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
कुख्यात अपराधी कादिर
गाजियाबाद : उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में कुख्यात अपराधी कादिर को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर भीड़ ने पथराव और फायरिंग कर दी। जिससे एक पुलिस कांस्टेबल की मौत हो गई। वही तीन पुलिसकर्मी जख्मी हो गए, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल कादिर अब पुलिस की गिरफ्त में है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, कादिर पर लूट, गैंगस्टर और चोरी के 16 मुकदमे दर्ज हैं। कादिर हिस्ट्रीशीटर है। कई डकैती के मामलों में वांछित कादिर ने लूट के पैसों से आलीशान कोठी बनवाई है। जिसकी कीमत करोड़ों रुपये बताई जा रही है। फिलहाल उसके तीन मंजिला घर के बाहर पीएसी तैनात कर दी गई है। कादिर ने अपने दुश्मनों और पुलिस पर नजर रखने के लिए हवेली के गेट पर 2 बड़े सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए हैं। कादिर इलाके का हिस्ट्रीशीटर है।
पुलिस के मुताबिक रविवार को नोएडा के फेज-3 थाने की पुलिस को सूचना मिली थी कि डकैती के मामले में वांछित अपराधी कादिर उर्फ मंटा गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र के नाहल गांव में छिपा हुआ है। सूचना पर नोएडा पुलिस की टीम ने रविवार रात करीब साढ़े 12 बजे नाहल गांव में दबिश दी और आरोपी बदमाश को उसके घर से दबोच लिया। लेकिन जैसे ही पुलिस टीम बदमाश को लेकर गांव से बाहर निकली तो पंचायत भवन के पास पहले से छिपे कादिर के आठ-दस साथियों ने पथराव शुरू कर दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, पुलिस ने जब कादिर को पकड़ा तो वह चिल्लाने लगा और कहने लगा कि मैं पकड़ा गया हूं..मैं पकड़ा गया हूं। जब तक पुलिस टीम संभल पाती, बदमाशों ने पथराव के बीच फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की।
फायरिंग के दौरान बदमाशों की एक गोली कांस्टेबल सौरभ के सिर में लग गई। जिससे सौरभ गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिसकर्मियों ने उसे तुरंत गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सौरभ कुमार मूल रूप से शामली का रहने वाला था।