महराजगंज में धार्मिक आस्था से खिलवाड़: ग्रामीणों में गुस्सा, अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर प्रशासन से गुहार

छठ पूजा केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है। ऐसे में पूजा स्थल पर अतिक्रमण न केवल परंपरा के साथ अन्याय है, बल्कि सामाजिक भावनाओं को भी ठेस पहुंचाता है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन ग्रामीणों की इस धार्मिक भावना का सम्मान करते हुए कब तक प्रभावी कदम उठाता है।

Maharajganj News: सदर विकासखंड अंतर्गत बड़हरा राजा टोला गांव में स्थित ऐतिहासिक छठ घाट पर अतिक्रमण को लेकर ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिल रहा है। धार्मिक आस्थाओं से जुड़े इस स्थल पर झोपड़ी डालने और नल गाड़े जाने से न केवल पूजा स्थल का स्वरूप प्रभावित हुआ है, बल्कि आगामी छठ पर्व के आयोजन को भी संकट में डाल दिया गया है।

क्या है पूरा मामला

छठ घाट पर जाकर जब स्थिति का जायजा लिया गया तो स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि वर्षों से जिस स्थान पर छठ पूजा के पारंपरिक आयोजन होते रहे हैं। वहां इस बार एक व्यक्ति द्वारा झोपड़ी डाल दी गई है और नल गाड़ा गया है। इससे पूजा स्थल न केवल सिकुड़ गया है, बल्कि श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा और स्थान की भी गंभीर समस्या पैदा हो गई है।

धार्मिक परंपराओं से खिलवाड़

ग्रामीण अखिलानंद मिश्रा, योगेंद्र वर्मा, रामकेवल विश्वकर्मा, रामानंद वर्मा, अंजू देवी और बिमलावती देवी सहित कई लोगों ने मौके पर पहुंचकर विरोध जताया। उनका कहना है कि छठ पूजा जैसे महापर्व में हर साल सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु घाट पर एकत्र होते हैं। लेकिन इस बार अतिक्रमण के कारण न तो जगह बची है, न ही पर्याप्त व्यवस्था की जा सकती है। ग्रामीणों ने इस स्थिति के लिए लेखपाल और ग्राम प्रधान की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अगर समय रहते कार्यवाही नहीं हुई तो हालात बिगड़ सकते हैं।

ग्राम प्रधान और लेखपाल का क्या कहना है?

जब इस संबंध में ग्राम प्रधान से पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मोना पति हीरा नामक व्यक्ति ने पोखरे में मछली डाली है और उसी के किनारे झोपड़ी डालकर रह रहा है। हमें इसकी जानकारी है।” वहीं लेखपाल का कहना है, “मोना पति हीरा निषाद को मछली पालन हेतु पोखरे का दस वर्षों का पट्टा मिला है, लेकिन जहां झोपड़ी और नल लगाया गया है, वह भूमि दरअसल डीह और विद्यालय से संबंधित सरकारी जमीन है। इसकी रिपोर्ट तहसीलदार को भेज दी गई है।”

प्रशासन ने दिया कार्रवाई का आश्वासन

मामले को गंभीरता से लेते हुए तहसीलदार और नायब तहसीलदार ने आश्वासन दिया है कि यदि छठ घाट पर अवैध रूप से झोपड़ी और नल लगाया गया है तो लेखपाल को मौके पर भेजकर तत्काल अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी।

ग्रामीणों की चेतावनी

अभूतपूर्व स्थिति को देखते हुए ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द से जल्द अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो वे धरना, प्रदर्शन और जन आंदोलन जैसे कड़े कदम उठाने को विवश होंगे। उन्होंने प्रशासन से यह भी मांग की है कि छठ पूजा के आयोजन के लिए घाट को पूरी तरह से खाली कराया जाए और भविष्य के लिए स्थायी मंदिर निर्माण हेतु भूमि आवंटित की जाए।

Location : 
  • Maharajganj

Published : 
  • 3 August 2025, 11:05 PM IST