

गोरखपुर के खुटहना गांव में पौधारोपण पखवाड़ा के तहत एमएलसी धर्मेंद्र सिंह की मौजूदगी में सामूहिक पौधारोपण हुआ। महिलाओं और ग्रामवासियों ने उत्साह से भाग लिया।
गोरखपुर में पौधारोपण
Gorakhpur: उत्तर प्रदेश के जिला गोरखपुर के खजनी विकास खंड के ग्राम सभा खुटहना में पौधारोपण पखवाड़ा के तहत बुधवार को एक भव्य कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) धर्मेंद्र कुमार सिंह का ग्रामवासियों और क्षेत्रीय नेताओं ने फूल-मालाओं से जोरदार स्वागत किया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रुद्रप्रताप सिंह के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में सामूहिक पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का सशक्त संदेश दिया गया। एमएलसी धर्मेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार के आह्वान पर देशभर में 37 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। हरी-भरी धरती हमें शुद्ध हवा और स्वस्थ वातावरण देती है।
उत्साह के साथ लिया भाग
यह अभियान भावी पीढ़ियों के लिए अमूल्य उपहार है। उन्होंने खजनी क्षेत्रवासियों की सक्रिय भागीदारी की प्रशंसा की और प्रत्येक गांव में इस अभियान को गति देने का आह्वान किया। कार्यक्रम की सबसे खास बात यह रही कि ग्राम सभा की महिलाओं की उत्साहपूर्ण भागीदारी की।
महिलाओं ने हाथों से रोपे पौधे
बता दें कि समूह की महिलाओं ने अपने हाथों से पौधे रोपे, जिससे सामुदायिक सहभागिता और पर्यावरण जागरूकता का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत हुआ। खजनी ब्लॉक के खंड विकास अधिकारी रमेश शुक्ला और सचिव इंद्रसेन सिंह की उपस्थिति ने इस पहल को और मजबूती दी।
कार्यक्रम में शामिल हुए ये लोग
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कार्यक्रम में हियुवा संयोजक राम पाल सिंह, मोनू सिंह, अभिषेक यादव, जगदंबा शुक्ला, जगरनाथ चौबे, विजय तिवारी, अनूप मिश्रा, लबली सिंह, शेषनाथ यादव, राज कुमार जायसवाल सहित अनेक गणमान्य लोग शामिल हुए। सभी ने एकजुट होकर पौधारोपण किया और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।
ग्रामवासियों ने किया बड़ा वादा
यह आयोजन खुटहना गांव के साथ-साथ पूरे खजनी क्षेत्र के लिए प्रेरणादायक रहा। ग्रामवासियों ने इस अभियान को निरंतर जारी रखने का वादा किया, ताकि क्षेत्र में हरियाली बढ़े और स्वच्छ वातावरण का निर्माण हो। बता दें कि यह प्रयास पर्यावरण संरक्षण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। खुटहना की यह पहल अन्य गांवों के लिए भी अनुकरणीय है, जो सामूहिक प्रयास से हरित भविष्य की नींव रखने को प्रेरित करती है।