

नगर पालिका परिषद द्वारा फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले कई छोटे व्यवसाइयों पर चालान काटने की कार्रवाई की गई, जानिए पूरा मामला
फुटपाथ व्यवसाइयों का चालान ( सोर्स - रिपोर्टर )
देवरिया: देवरिया शहर में नगर पालिका परिषद द्वारा शुक्रवार दोपहर फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले कई छोटे व्यवसाइयों पर चालान काटने की कार्रवाई की गई। अधिशासी अभियंता के नेतृत्व में नगर पालिका की टीम ने शहर के विभिन्न हिस्सों में सघन अभियान चलाकर ठेला और खोमचा लगाने वालों को हटाया और उनका चालान काटा। इस कार्रवाई से व्यवसाइयों में आक्रोश फैल गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता से मिली जानकारी के मुताबिक नगर पालिका की इस मुहिम में फुटपाथ व्यवसायी आनंद, रामायण, संतोष, मुहम्मद, भोला, अर्जुन शर्मा सहित कई अन्य लोगों का चालान काटा गया। इन सभी ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें कोई वैकल्पिक स्थान या स्थाई व्यवस्था नहीं दी जा रही है। लेकिन जब वे पेट भरने के लिए सड़क किनारे अपना रोजगार लगाते हैं तो उन पर जुर्माना ठोंका जा रहा है।
व्यवसाइयों का कहना है कि नगर पालिका प्रशासन न तो कोई पुनर्वास योजना दे रहा है और न ही बैठने की जगह। मजबूरी में उन्हें रोजी-रोटी के लिए फुटपाथ का सहारा लेना पड़ता है। उनका कहना है कि अगर उन्हें लगातार इस तरह हटाया गया तो उनके बच्चे भूखे मर जाएंगे और वे सड़कों पर आ जाएंगे।
स्थिति को देखते हुए फुटपाथ व्यवसायियों ने एक प्रतिनिधिमंडल बनाकर उच्च अधिकारियों से मिलने का निर्णय लिया है। उनका कहना है कि वे न्याय की गुहार लगाएंगे और प्रशासन से स्थाई समाधान की मांग करेंगे। वहीं नगर पालिका की कार्रवाई के बाद प्रशासन भी सतर्क हो गया है और माहौल को संभालने की कोशिश में जुट गया है।
नगर पालिका के अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान सड़क और यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए चलाया गया है। लेकिन स्थानीय लोगों का मानना है कि बिना विकल्प दिए गरीबों को उजाड़ना सरासर अन्याय है।
अब देखना यह है कि फुटपाथ व्यवसायियों की यह लड़ाई क्या रंग लाती है और प्रशासन उनके लिए क्या कदम उठाता है। फिलहाल, देवरिया में यह मामला गरमाया हुआ है और दोनों पक्षों के बीच तनाव बना हुआ है।