बाराबंकी में ओवरलोड डंपरों का आतंक, क्या प्रशासन कर रहा किसी बड़े हादसे का इंतजार?

बाराबंकी के जैदपुर क्षेत्र में ओवरलोड मिट्टी से भरे डंपरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। धूल, हादसों का खतरा और सड़कों की बदहाली के बावजूद प्रशासन और खनन विभाग की चुप्पी लोगों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है।

Barabanki: बाराबंकी जिले के जैदपुर क्षेत्र में ओवरलोड मिट्टी से भरे डंपरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। जैदपुर-सफदरगंज मार्ग सहित आसपास की सड़कों पर दिन-रात दर्जनों डंपर बेखौफ फर्राटा भरते नजर आ रहे हैं। हालात ऐसे हैं कि यह नजारा देखकर स्थानीय लोगों में यह चर्चा आम हो गई है कि शायद प्रशासन किसी बड़े हादसे के इंतजार में बैठा है। ओवरलोड डंपरों की आवाजाही राहगीरों के लिए बड़ी चुनौती बन चुकी है, लेकिन जिम्मेदार विभागों की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है।

अफसरों से सवाल

स्थानीय लोगों का आरोप है कि परमिशन की आड़ में खनन माफिया खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। मिट्टी का खनन कर उसे ओवरलोड डंपरों में भरकर सड़कों पर दौड़ाया जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि खनन विभाग की टीम इस पूरे मामले में कोई ठोस कार्रवाई करती नजर नहीं आ रही है। लोगों का कहना है कि ऐसा लगता है मानो खनन विभाग कुंभकरण की नींद में सोया हुआ है और किसी बड़े हादसे के बाद ही उसकी आंख खुलेगी।

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आम जनता परेशान

ओवरलोड डंपरों की वजह से सड़क पर चलना दूभर हो गया है। जब मिट्टी से भरे ये भारी वाहन गुजरते हैं तो सड़क पर इतनी धूल उड़ती है कि कुछ पलों के लिए सामने कुछ दिखाई ही नहीं देता। बाइक सवार, साइकिल चालक और पैदल राहगीर सबसे ज्यादा परेशान हैं। धूल के गुबार के बीच वाहन चलाना किसी खतरे से कम नहीं है, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं

स्कूल से छुट्टी के समय बच्चों में खासा डर देखने को मिलता है। अभिभावकों का कहना है कि जब उनके बच्चे स्कूल से घर लौटते हैं तो ओवरलोड डंपरों की रफ्तार और लापरवाही देखकर दिल दहल जाता है। उन्हें हर समय यह आशंका बनी रहती है कि कहीं उनका बच्चा अचानक किसी डंपर की चपेट में न आ जाए। स्थानीय लोगों के मुताबिक, अब तक कई बार हादसे होते-होते बचे हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

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निर्माण विभाग (PWD) भी पूरी तरह मौन

इस पूरे मामले में स्थानीय प्रशासन की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। न तो पुलिस की ओर से सख्ती दिखाई दे रही है और न ही परिवहन या खनन विभाग की ओर से कोई नियमित जांच हो रही है। वहीं, लोक निर्माण विभाग (PWD) भी पूरी तरह मौन है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि भारी और ओवरलोड डंपरों की लगातार आवाजाही से सड़कों की हालत आने वाले समय में खस्ताहाल हो जाएगी। पहले से ही कई जगह सड़कें कमजोर हो चुकी हैं और अगर यही हाल रहा तो वे जल्द ही खंडहर में तब्दील हो जाएंगी।

जिम्मेदारी कौन लेगा?

अब स्थानीय लोगों का सवाल साफ है कि अगर भविष्य में कोई बड़ा हादसा होता है तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? प्रशासन और संबंधित विभागों की चुप्पी ने लोगों में गुस्सा और भय दोनों पैदा कर दिया है। क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि ओवरलोड डंपरों पर तत्काल रोक लगाई जाए और खनन माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, ताकि किसी अनहोनी से पहले हालात काबू में आ सकें।

Location : 
  • Barabanki

Published : 
  • 16 December 2025, 7:10 PM IST