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मंडी परिसर में भारी संख्या में जुटे व्यापारियों ने प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है। मामले की जानकारी के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज की रिपोर्ट
मंडी में प्रशासन के खिलाफ व्यापारियों का प्रदर्शन ( सोर्स- रिपोर्टर )
मुरादाबाद: मंडी समिति प्रशासन द्वारा मंडी परिसर से अवैध कब्जे हटाने के अभियान के विरोध में व्यापारियों ने मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को मंडी परिसर में भारी संख्या में जुटे व्यापारियों ने प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करते हुए गुरुवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है। व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि जिले की सभी प्रमुख मंडियां जैसे मकबरा मंडी, गुलाब बड़ी मंडी, चक्कर की मिलक मंडी पूरी तरह बंद कर दी जाएंगी और जनपद में सब्जियों की बिक्री ठप कर दी जाएगी।
डाइनामाइट संवाददाता के अनुसार, मंडी प्रशासन ने ऐलान किया है कि वह गुरुवार से तीन दिन तक अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाएगा। इस सूचना के बाद व्यापारियों में हड़कंप मच गया और उन्होंने इसे उत्पीड़न करार दिया। व्यापारी गौरव शर्मा ने आरोप लगाया कि मंडी प्रशासन ने 600 लाइसेंस जारी किए हैं, लेकिन केवल 258 दुकानों का ही एलॉटमेंट किया गया है। बाकी व्यापारी वैकल्पिक व्यवस्था के तहत ही व्यापार कर रहे हैं, ताकि किसानों के कच्चे उत्पाद खराब न हों लेकिन प्रशासन इसे अतिक्रमण बताकर कार्रवाई कर रहा है।

व्यापारियों का कहना है कि पहले भी वे विधायक रितेश गुप्ता की मौजूदगी में अधिकारियों से बातचीत कर चुके हैं और वैकल्पिक स्थान देने की मांग कर चुके हैं। बावजूद इसके, प्रशासन बिना किसी ठोस व्यवस्था के कार्रवाई कर रहा है, जिससे व्यापारी खुले में व्यापार करने को मजबूर हैं और इससे किसानों और व्यापारियों दोनों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
व्यापारी हरिओम गुप्ता ने मंडी की बदहाल स्थिति को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश की 302 मंडियों में मुरादाबाद की हालत सबसे खराब है। दुकानों में जलभराव, अव्यवस्था और बुनियादी सुविधाओं की कमी आम समस्या है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि जब तक दूसरी जगह की व्यवस्था न हो, तब तक व्यापारियों पर कार्रवाई न की जाए। लेकिन मुरादाबाद प्रशासन इन आदेशों की धज्जियां उड़ा रहा है।
व्यापारियों का कहना है कि सरकार और प्रशासन की नीतियों से वे मानसिक रूप से परेशान हो चुके हैं और अब आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। गुरुवार सुबह 9 बजे से जनपद भर की सभी मंडियां बंद रहेंगी और जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।