Lucknow: उत्तर प्रदेश में मॉनसून के पहले चरण यानी जून और जुलाई के दौरान बारिश का वितरण असमान रहा है। मौसम विभाग द्वारा जारी ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले दिनों में भी प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। हालांकि, भारी बारिश की कोई विशेष चेतावनी फिलहाल जारी नहीं की गई है।
इन जिलों में हुई अच्छी बारिश
वहीं 1 अगस्त को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों और पूर्वी यूपी के कुछ हिस्सों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जा सकती है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटों में आगरा में सर्वाधिक 38.4 मिमी, इटावा और बाराबंकी में 36 मिमी, मुजफ्फरनगर में 17 मिमी, बलिया में 12.1 मिमी, हरदोई में 9.4 मिमी और बहराइच में 1.4 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
कई शहरों में वज्रपात का अलर्ट
उत्तर प्रदेश में आज मौसम विभाग ने 20 जिलों में भारी बारिश और वज्रपात को लेकर अलर्ट जारी किया है। खासकर पश्चिमी यूपी के जिलों, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, बिजनौर, अमरोहा और मुरादाबाद में तेज बारिश की संभावना है। इन इलाकों के आसपास भी भारी वर्षा और बिजली गिरने का खतरा बना हुआ है। विभाग के अनुसार, 2 अगस्त से बादलों की सक्रियता बढ़ेगी और 3 अगस्त को कई जिलों में अच्छी बारिश हो सकती है। इसके बाद भी तीन से चार दिन तक लगातार बारिश होने के आसार हैं। बिजली गिरने की घटनाओं को लेकर भी सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम के दौरान खुले में ना जाएं और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
अगस्त-सितंबर में बदलेंगे हालात
मौसम विभाग और जलवायु वैज्ञानिकों के अनुसार, प्रशांत महासागर में फिलहाल तटस्थ ‘एल निनो’ परिस्थितियां बनी हुई हैं, जबकि हिन्द महासागर में स्थितियां नकारात्मक IOD (इंडियन ओशियन डाइपोल) की ओर बढ़ रही हैं। ऐसे में अगस्त से सितंबर के बीच प्रदेश के पूर्वी सुदूर हिस्सों में सामान्य बारिश की संभावना है, जबकि प्रदेश के बाकी हिस्सों में सामान्य से अधिक वर्षा हो सकती है।
इसी अवधि में पश्चिमी और दक्षिणी यूपी में तापमान सामान्य से कम रहेगा, जबकि पूर्वी यूपी में तापमान सामान्य या उससे अधिक रह सकता है।

