

हरदोई के मझिगवां अमरनाथ गांव में बिजली के खंभे से करंट लगने से प्रवासी मजदूर खुशीराम की मौत हो गई। परिजनों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया और मुआवजे की मांग की है।
मजदूर की मौत
Hardoi: उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। जहां हरियावा ब्लॉक के मझिगवां अमरनाथ गांव में आज सुबह एक प्रवासी मजदूर की करंट लगने से मौत हो गई। मृतक की पहचान गांव निवासी खुशीराम के रूप में हुई है, जो दिल्ली में मजदूरी करते थे और इन दिनों छुट्टी पर गांव आए हुए थे। घटना के बाद गांव में शोक का माहौल है। वहीं परिजनों और ग्रामीणों में बिजली विभाग के प्रति भारी रोष देखने को मिला है।
हादसा सुबह 8 बजे हुआ
प्रत्यक्षदर्शियों और परिजनों के अनुसार, सुबह करीब 8 बजे खुशीराम अपने घर के बाहर बिजली के खंभे के पास खड़े थे। तभी अचानक उनका हाथ खंभे से छू गया। खंभे में पहले से करंट प्रवाहित हो रहा था, जिसकी वजह से उन्हें तेज झटका लगा और वह वहीं गिर पड़े। आसपास मौजूद लोगों ने उन्हें तुरंत घर लाया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
पहले से झूल रहे थे तार, शिकायतों के बावजूद नहीं हुई कार्रवाई
परिजनों और ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि खंभे और पास के मीटर से जुड़े बिजली के तार कई दिनों से ढीले और झूलते हुए थे। इस बारे में कई बार विभागीय अधिकारियों को शिकायत दी गई थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अगर समय पर तारों की मरम्मत कर दी जाती, तो यह हादसा टल सकता था।
परिवार की हालत बेहद खराब
खुशीराम अपने पीछे पत्नी, तीन बेटियां और एक बेटा छोड़ गए हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति पहले से ही बेहद कमजोर है। खुशीराम दिल्ली में दिहाड़ी मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालते थे। उनकी मौत के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
ग्रामीणों ने मुआवजे और कार्रवाई की मांग की
हादसे के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए और बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि मृतक के परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता दी जाए और लापरवाह बिजली विभाग के कर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची
सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। अधिकारियों ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि मामले की जांच की जा रही है और दोषी कर्मचारियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।