

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती एक बार फिर चर्चा में आ गई हैं। उन्होंने नोएडा को इंटरनेशनल मूर्त रुप दी और अब उनके द्वारा बनाए गए राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल की सजावट की जाएगी। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
मायावती
नोएडा: एक बार फिर मुख्यमंत्री मायावती चर्चा में हैं, क्योंकि मायावती के द्वारा बनाया गया राष्ट्रीय दलित प्रेरणा में विकास होने वाला है। दरअसल, सेक्टर-95 स्थित राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल का स्वरूप जल्द ही और आकर्षक नजर आएगा। स्थल का सौंदर्यीकरण कार्य तेजी से चल रहा है, जिसकी कुल अनुमानित लागत करीब 15 करोड़ रुपये है। यह परियोजना चार फेज में पूरी की जाएगी और 2026 तक इसके उद्यानिक रखरखाव की जिम्मेदारी भी तय कर दी गई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, प्रेरणा स्थल के प्रबंधक बिजेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है। पहले चरण में पार्क के मुख्य गुंबद की मरम्मत हो रही है, जिसका अधिकांश कार्य पूर्ण हो चुका है। इस कार्य को उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण निगम द्वारा कराया जा रहा है और इसके लिए करीब 3 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित है।
मूर्तियों की मरम्मत और पॉलिशिंग
दूसरे चरण में प्रेरणा स्थल पर स्थापित आदमकद मूर्तियों की मरम्मत, पेंटिंग और पॉलिशिंग का कार्य चल रहा है। इस पर लगभग 4 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं और अब तक 60 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।
हॉर्टिकल्चर कार्य पर भी जोर
तीसरे चरण के तहत स्थल की हरियाली और बागवानी को बेहतर बनाने के लिए 3 करोड़ रुपये की लागत से कार्य किया जा रहा है। यहां सिलेक्शन-1 ग्रेड की घास बिछाई जा रही है, जो उच्च गुणवत्ता की मानी जाती है। खास बात यह है कि कार्य पूर्ण होने के बाद चयनित कंपनी को एक वर्ष तक उद्यान की देखरेख भी करनी होगी।
रोशनी से नहाएगा प्रेरणा स्थल
चौथे चरण में पार्क को और आकर्षक बनाने के लिए लाइटिंग प्रोजेक्ट प्रस्तावित किया गया है। जिसकी लागत करीब 5 करोड़ रुपये होगी। इस कार्य में फाउंटेन लाइटिंग, गार्डन लाइटिंग के साथ-साथ फसाड लाइटिंग भी शामिल है। इससे पार्क रात्रि में भी भव्य और दर्शनीय बनेगा।
संरचनात्मक सुरक्षा पर भी ध्यान
प्रेरणा स्थल की संरचनात्मक सुरक्षा को लेकर भी प्रशासन सतर्क है। गेट नंबर 1 और 2 के बीच बने डोम की बीम में आई दरार की मरम्मत के लिए आईआईटी रुड़की को पत्र भेजा गया था। आईआईटी की विशेषज्ञ टीम ने स्थल का निरीक्षण कर लिया है और अब जल्द ही अपनी तकनीकी रिपोर्ट और सुझाव साझा करेगी। इन सिफारिशों के आधार पर यह तय किया जाएगा कि डोम की रेट्रो-फिटिंग कैसे की जाए।