

देवरिया के नूनखार रेलवे स्टेशन पर मंगलवार सुबह बड़ा हादसा होते-होते टल गया। वाराणसी से गोरखपुर जा रही इंटरसिटी एक्सप्रेस का इंजन अचानक बोगियों से अलग होकर करीब 200 मीटर आगे चला गया। घटना के दौरान यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई।
ट्रेन से अलग हुआ इंजन
Deoria: रेल यात्रियों के लिए मंगलवार की सुबह एक डरावना अनुभव लेकर आई जब वाराणसी से गोरखपुर जा रही इंटरसिटी एक्सप्रेस के इंजन और बोगियों के बीच अचानक संपर्क टूट गया। यह घटना देवरिया जिले के नूनखार रेलवे स्टेशन पर हुई, जहां ट्रेन जैसे ही रुकी, उसका इंजन अचानक बोगियों से अलग होकर लगभग 200 मीटर दूर चला गया।
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, ट्रेन जैसे ही स्टेशन पर पहुंची, अचानक एक जोर की आवाज के साथ इंजन अलग होकर आगे बढ़ गया। कुछ ही पलों में यात्रियों को एहसास हुआ कि कुछ गड़बड़ है और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लोग बोगियों से उतरकर बाहर आ गए, कुछ ने वीडियो बनाना शुरू कर दिया तो कुछ ने तुरंत रेलवे स्टाफ को सूचित किया।
घटना के बाद नजारा किसी फिल्मी दृश्य से कम नहीं था। यात्रियों के चेहरे पर जहां भय और भ्रम साफ देखा जा सकता था, वहीं कुछ लोग इंजन और बोगियों के बीच की दूरी को देखने के लिए जमा हो गए।
सोशल मीडिया पर इस घटना के वीडियो तेजी से वायरल हो गए, जिसमें लोग इंजन के बिना खड़ी बोगियों को देखकर हैरान नजर आए।
देवरिया: नूनखार रेलवे स्टेशन पर मंगलवार सुबह वाराणसी से गोरखपुर जा रही इंटरसिटी एक्सप्रेस का इंजन अचानक बोगियों से अलग होकर करीब 200 मीटर आगे चला गया। घटना के दौरान यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई।@DeoriaPolice #IndianRailways #DEORIA pic.twitter.com/So78i8oOfi
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) September 9, 2025
रेलवे कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को तत्काल नियंत्रित किया। करीब 20 मिनट के भीतर इंजन को वापस लाकर बोगियों से जोड़ा गया और तकनीकी जांच के बाद ट्रेन को रवाना किया गया। रेलवे अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि कोई घायल नहीं हुआ है और यह एक तकनीकी खामी का मामला प्रतीत हो रहा है।
रेल प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। रेलवे की तकनीकी टीम यह पता लगाने में जुटी है कि आखिर इंजन और बोगियों का कपलिंग लॉक कैसे फेल हुआ। प्रारंभिक जांच में संभावना जताई जा रही है कि कपलिंग में तकनीकी खराबी के कारण यह घटना हुई।
गौर करने वाली बात यह है कि यदि यह हादसा ट्रेन के तेज रफ्तार में होने के दौरान होता, तो भारी जानमाल का नुकसान हो सकता था। यात्रियों और रेलवे दोनों के लिए यह घटना एक चेतावनी है कि रेलवे सिस्टम की तकनीकी निगरानी को और सख्त किया जाए।
हालांकि किसी को चोट नहीं पहुंची, फिर भी यात्रियों ने रेलवे से नाराजगी जताई और ट्रेन की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्न उठाए। लोगों का कहना है कि अगर ये घटना किसी पुल या मोड़ पर होती, तो इसका परिणाम बेहद खतरनाक हो सकता था।